हल्द्वानी, जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने बताया कि उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद द्वारा चलाई जा रही पंडित दीनदयाल मातृ-पितृ तीर्थाटन योजना में वरिष्ठ नागरिकों को अब पूर्व में निर्धारित धामों के अतिरिक्त कलियर शरीफ (हरिद्वार) ताड़केश्वर (पौड़ी), कालीमठ (रूद्रप्रयाग), जागेश्वर (अल्मोड़ा), गैराड़ गोलू (बागेश्वर), महासू देवता हनोल (देहरादून), कालिका व ज्वाल्पा (पौड़ी) आदि धार्मिक स्थलों की निःशुल्क यात्रा करने का अवसर मिलेगा। योजना के अन्तर्गत उत्तराखण्ड के वरिष्ठ नागरिक जिला पर्यटन विकास अधिकारी कार्यालय में अपना पंजीकरण करवा कर योजना का लाभ उठा सकेंगे। पंजीकरण पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर किये जायेंगे। श्री सुमन ने बताया कि राज्य के जो वरिष्ठ नागरिक स्वास्थ्य व मौसम सम्बन्धी कारणों से अत्यधिक ऊॅचाई वाले तीर्थ स्थलों की यात्रा नहीं कर पाते हैं, वे भी अब इस योजना का लाभ उठा सकेंगे। उन्होंने कहा कि योजना के अन्तर्गत सभी धर्मों के पवित्र स्थलों को शामिल किया गया है। नए स्थानों को योजना में शामिल करने से उन्हें पर्यटन मानचित्र में स्थान मिलेगा, साथ ही स्थानीय व्यवसायियों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु जिला पर्यटन विकास अधिकारी अरविन्द गौड़ को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। गौरतलब है कि पूर्व में बद्रीनाथ धाम, गंगोत्री आदि धामों की निःशुल्क यात्रा करायी जा रही थी। नए स्थानों को योजना में शामिल किये जाने से राज्य के वरिष्ठ नागरिकों को अब तीर्थ यात्रा हेतु अधिक विकल्प उपलब्ध हो सकेंगे।