देहरादून, गैरसैंण विकास परिषद की बैठक में अधिकारियों के न आने से बैठक रद्द होने पर गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं ने रोष व्यक्त किया। 

यहां धरना स्थल पर गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाये जाने की मांग को लेकर धरना व प्रदर्शन 95वें दिन भी जारी रहा और इस अवसर पर वक्ताओं ने गैरसैंण विकास परिषद की रद्द हुई बैठक की खबर आते ही आज ’गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान’ ने तीखी प्रतिक्रिया जारी कर बैठक से नदारद रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कारवाई की मांग उठाई है। गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान’ का कथन है कि गैरसैंण विकास परिषद की बैठक जिले स्वयं विधानमंडल अध्यक्ष मे बुलाई हुई थी, उससे भी यदि अधिकारी अनुपस्थित होते हैं तो यह इस बात का परिचय दे रहा है कि विधायिका का नौकरशाही पर कोई भी नियंत्रण नहीं है। गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान’ ने कथन किया है कि मायावती जैसी नेता को कार्यकाल में कोई भी अफसर, विधानमंडल अध्यक्ष के आदेश की अवमानना करने की सोच भी नहीं सकते थे और ’गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान’ का कहना है कि उत्तराखंड की लीडरशीप में कोई भी दम-खम नहीं है, अन्यथा विधानमंडल अध्यक्ष कार्यालय की अवमानना करने पर अब तक जिम्मेदार अधिकारी नप चुके होते। ’गैरसैण राजधानी निर्माण अभियान’ ने गैरसैंण विकास परिषद की बैठक संपन्न नहीं हो पाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को राजाज्ञा उल्लंघन करने एवं विधानसभा अध्यक्ष के आदेश की अवमानना करने का दोषी मानते हुए बैठक में न पहुंचने वाले ऐसे सर्व अधिकारियों की सेवाएं तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग उठाई है। विधानसभा अध्यक्ष से गैरसैण विकास परिषद की बैठक को शीघ्र ही बुलाये जानेे का अनुरोध भी किया है। इस अवसर पर अनेक आंदोलनकारी सम्मिलित थे।