चमोली जिले में शुक्रवार रात्रि व शनिवार तडके तक हुई भारी वर्षा कहर बन कर बरपी है। भारी वर्षा से बदरीनाथ हाईवे चार से अधिक स्थानों पर बाधित चल रहा है। वहीं गोविंदघाट में बादल फटने से एक दर्जन से अधिक वाहन मलवे में दब गये हैं जबकि एक मकान ध्वस्त हो गया है। कई दुकानों में मलवा व पानी भर गया है। जिले के ही देवाल, थराली आदि स्थानों पर भी काश्तकारी की भूमि के साथ ही गौशालाओं के दबने की सूचना मिली है। हालांकि अभी तक जनहानि की कोई सूचना नहीं है।

आपदा प्रबंधन अधिकारी चमोली नंदकिशोर जोशी ने बताया कि बारिश के देवाल के पैरी गांव, थराली के ग्वालदम, तलवाडी में दो मकानों के अंदर मलवा घूस गया है जिससे दो लोगों को हल्की चैंटे लगी है। वहीं देवाल के पैरी गांव में भी मकानों के अंदर मलवा घूसने व कृषि भूमि के बह जाने की सूचना मिली है। गोविंदघाट में सबसे ज्यादा नुकसान होने की सूचना है। यहां पर बने टैक्सी स्टेंड में मलवा आने से एक दर्जन से अधिक वाहन मलवे में दब गये है। वहीं कुछ दुकानों के साथ ही थानें में भी मलवा आ गया है। एक मकान भी ध्वस्त हुआ है।

बदरीनाथ हाईवे सोनला, देवली बगड, टंगणी के पास पागल नाले में व लामबगड में बाधित चल रहा है। जिससे खोलने के लिए एनएच के मजदूर व मशीन कार्य में जुटे हुए है। बताया गया कि घटना की सूचना मिलने पर आपदा ग्रस्त सभी क्षेत्रों के लिए प्रशासन की टीमें रवाना हो गई है। जिलाधिकारी चमोली आपदाग्रस्त क्षेत्र गोविंदघाट के लिए रवाना हो चुकी है। एसडीआरएफ की टीमें भी अलग-अलग स्थानों के लिए रवाना की जा चुकी है।