देहरादून, उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी संयुक्त संगठन ने बैठक कर अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए गांधी पार्क में विशाल धरना-प्रदर्शन किया। उन्होने कहा कि आन्दोलनकारियों की मांगों व राज्य की अवधारणा की जिस प्रकार उपेक्षा की जा रही है जिसके फलस्वरूप उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी सम्मान परिषद का कार्यालय ही बंद कर दिया साथ ही सरकार ने 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण के मामले में माननीय उच्च न्यायालय में कभी भी ईमानदारी से पेरोकारी ही नहीं करी। राजधानी पर निर्णय न लेना व आमजन को गुमराह करने साथ छोटे उद्योग स्थापित करने की आड में पहाडों की जमीनों को समाप्त करने की साजिश की जा रही है सरकार की सोच यदि सही हो तो राज्य के विकास हेतु हिमाचल प्रदेश से बहुत कुछ सीखने की जरूरत थी
आज सभी राज्य आन्दोलनकारी संगठनो ने मिलकर विशाल धरना देने को मजबूर होना पडा।
इस दौरान सुशीला बलूनी, रविन्द्र जुगरान ,जयदीप सकलानी, धीरेन्द्र प्रताप, ओमी उनियाल, वेद प्रकाश शर्मा, जेपी पाण्डे, जय प्रकाश उत्तराखण्डी, संदीप पटवाल,प्रदीप कुकरेती, बीर सिंह रावत, भानु रावत, जगमोहन सिंह ,सुुरेेेश नेगी,रामलाल,विनोद कुमार,अमजद, प्रभा नैथानी, युद्ववीर चौहान, संगीता रावत, सतीश कुमार, शकुतंला भट्ट, ज्ञान देवी कुण्डलिया आदि उपस्थित रहे।