-गांव में 70 साल से ऊपर 60 से अधिक बुजुर्ग 

रुद्रप्रयाग, विकासखण्ड अगस्त्यमुनि का शहीद आदर्श ग्राम बैंजी पानी की बूंद-बूंद के लिए मोहताज है। आलम यह है कि एक साल से गांव को सप्लाई देने वाली पेयजल योजना पर पानी नहीं आ रहा है और ग्रामीणों को हजारों के बिल थमाए जा रहे हैं। ऐसे में ग्रामीणों में विभाग के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है। 

  दरअसल, तल्लानागपुर पंपिग योजना से क्षेत्र के दर्जनों गांव जुड़े हुए हैं। बैंजी गांव के लिए भी योजना के तहत क्यूड़ी गांव से पेयजल लाइन जोड़ी गयी, लेकिन पिछले कुछ सालों से विभाग मरम्मत की बात कहकर ग्रामीणो को पानी के वजाय सिर्फ आश्वासन ही दे रहा है। गांव में 70 साल से ऊपर उम्र के 60 से अधिक बुजुर्ग रह रहे हैं, लेकिन विभाग इन बुजुर्गो की फरियाद को भी अनसूना कर रहा है। गांव के 75 वर्षीय बुजुर्ग सर्वेश्वर दत्त, भद्रमणी बेंजवाल, महिमानंद बेंजवाल का कहना है कि विभाग ने बिना पानी के बिल भेज दिये हैं, लेकिन पानी देने के नाम पर कोई सुनवाई नहीं। हद इस बात की है कि विभाग बिलों को भी गांव तक नहीं पहुंचा रहा है। विभाग साल भर के बिल एक साथ नोटिस के साथ भेजकर हिटलरशाही रवैया अपनाया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि पूरे गांव के लोगों पर बकाया लगाया गया है, लेकिन मार्च में होने वाले विभागीय आॅडिट में पूरे गांव से बिल न आने पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया। विभाग बकाया बिल के नाम पर बुजुर्ग ग्रामीणों को परेशान कर रहा है, जिससे उनकी पानी न आने की शिकायत दब जाय। ज्ञात रहे कि बेंजी गांव राज्य का प्रथम शहीद आदर्श ग्राम घोषित है। योजना के तहत जिले के विभागों को इस गांव के लिए अलग से योजना बनाने के भी प्रावधान तय किये गये थे, लेकिन सिवाय बैठकों और आश्वासनों के आज तक सुविधाएं यहां परवान नही चड़ी है। पूर्व प्रधान मनोज बेंजवाल का कहना है कि विभाग गांव के लोगों को सुविधा नहीं देना चाहता है, लेकिन परेशान करने का मौका ढूंढता है। उन्हांेने कहा कि पानी की तत्काल आपूर्ति नहीं होती है तो अब ग्रामीण विभाग पर बकाये का नोटिस स्वंय भेजेंगे। वहीं जल संस्थान के अधिशासी अभियंता संजय कुमार का कहना है कि ग्रामीणों की समस्या का समाधान जल्द कर लिया जाएगा।