हल्द्वानी, परिवहन मंत्री यशपाल आर्य के रोडवेज बस अड्डे पर छापे से हड़कंप मच गया। मंत्री का काफिला आते ही रोडवेज के खाली पड़े काउंटरों पर परिचालक बैठा दिए गए। मंत्री ने काउंटरों पर बाबू के बजाय परिचालक को बैठाने का कारण पूछा तो बड़े बाबू ने साल का अंत होने की वजह से कर्मचारियों के छुट्टी पर होने की जानकारी दी। कुछ ही देर में हल्द्वानी डिपो के एआरएम व स्टेशन प्रभारी भी पहुंच गए। करीब 25 मिनट तक सभी काउंटरों का निरीक्षण कर परिवहन मंत्री का काफिला स्टेशन से रवाना हुआ।शाम करीब पौने पांच बजे अचानक परिवहन मंत्री यशपाल आर्य का काफिला रोडवेज बस स्टेशन पर रुका। मंत्री का वाहन देखते ही कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। उस समय एआरएम वीके सैनी व स्टेशन प्रभारी रमेश रौतेला स्टेशन में नहीं थे। स्टेशन का जिम्मा हेड क्लर्क (बड़े बाबू) आरएस नेगी देख रहे थे। मंत्री के उतरते ही स्टेशन के खाली पड़े काउंटरों पर परिचालकों को बैठा दिया गया। काउंटरों के निरीक्षण के दौरान क्लर्क (बाबू) की जगह परिचालकों को बैठाने का कारण मंत्री ने पूछा। बड़े बाबू मातहतों का बचाव करते हुए जवाब देने लगे। उन्होंने बताया कि कई कर्मचारियों के अवकाश बचे हैं। साल का अंत होने की वजह से कर्मचारियों ने अवकाश ले रखा है। जिस कारण वैकल्पिक व्यवस्था के तहत परिचालकों को काउंटरों पर बैठाया गया है। वहीं स्टेशन प्रभारी के नदारद होने का कारण पूछा तो बड़े बाबू ने बताया कि प्रभारी प्रथम रवि कापड़ी छुट्टी पर हैं, जबकि प्रभारी द्वितीय रमेश रौतेला एक बस निकलवाने के लिए कार्यशाला गए हैं।
बड़े बाबू के फोन करने पर कुछ ही देर में एआरएम वीके सैनी व प्रभारी रमेश रौतेला भी पहुंच गए। इसके बाद मंत्री ने उपस्थिति रजिस्टर जांचकर काउंटरों का निरीक्षण किया।