उत्तराखंड , लोकसभा चुनाव के दौरान ऐतिहासिक चुनाव परिणामों में कई मिथक टूटे, तो कई मिथक अब भी बने हुए हैं। एक तरफ बीजेपी के लिए सबसे बड़ा मिथक तो पार्टी अध्यक्ष अजय भट्ट की जीत और सरकार बनने को लेकर टूटा। बदरीनाथ के कपाट खुलने और राजशाही को लेकर बना एक मिथक भी इन चुनावों में टूटा। बदरीनाथ के हैलिकॉप्टर से दर्शन और जीत को लेकर भी एक मिथक टूटा। अजय भट्ट की जीत, पार्टी की हारः उत्तराखंड बीजेपी के वरिष्ठ नेता अध्यक्ष अजय भट्ट के साथ एक मिथक जुड़ा रहा है कि वह जब भी वह जीतते हैं पार्टी हार जाती है। यही वजह रही कि वह कभी भी उत्तराखंड की चुनी हुई सरकार में मंत्री नहीं बने। यह मिथक तो इतना मजबूत हो गया था कि कई कांग्रेसी इस बार मजाक में भाजपाइयों से कह रहे थे कि मोदी को फिर पीएम बनाना है तो अजय भट्ट को हरवा दो। लेकिन इस बार अजय भट्ट रिकॉर्ड मतों से चुनाव भी जीते हैं और केंद्र में बीजेपी की सरकार भी बन रही है।
इधर टिहरी के राजा को बोलांदा बदरी भी कहा जाता है, यानि कि बोलता हुआ बदरीनाथ. माना जाता रहा था कि जिन चुनाव के दौरान बदरीनाथ धाम के कपाट बंद रहते हैं। उनमें टिहरी के राजपरिवार को हार का सामना करना पड़ता है। इन चुनावों में जब उत्तराखंड में मतदान हुआ तब बदरीनाथ धाम के कपाट बंद थे। इसके बावजूद टिहरी का महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह ने पिछली बार से भी ज्यादा वोट हासिल कर जीत हासिल की है। बदरीनाथ धाम से ही जुड़ा एक और मिथक है। कहा जाता है कि जिस राजनेता ने बदरीनाथ यात्रा के लिए हैलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया उसे चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। इसकी वजह से नेता बदरीनाथ धाम हैलिकॉप्टर से जाने से बचते थे। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केदारनाथ दर्शन के बाद बदरीनाथ भी हैलिकॉप्टर से आए और यह मिथक भी टूट गया।