देहरादून, केन्द्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ ओएनजीसी कान्ट्रेक्ट इम्पलाईज यूनियन ने ओएनजीसी मुख्यालय के द्वार पर अपनी मांगों के समाधान के लिए दूसरे दिन भी प्रदर्शन किया। यहां यूनियन के बैनर तले सभी कर्मचारी ओएनजीसी मुख्यालय के मुख्य द्वार के समक्ष इकटठा हुए और वहां पर उन्होंने केन्द्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि ओएनजीसी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय समान कार्य  का समान वेतन को संविदा कर्मियों पर लागू किया जाये और ठेका प्रथा को पूर्ण रूप से समाप्त किया जाये। वक्ताओं ने कहा कि ओएनजीसी में  कार्यरत उपनल द्वारा नियुक्त संविदा सुरक्षा कर्मियों की सेवा समाप्ति को प्रमुख नियोक्ता द्वारा निरस्त किया जाये और 47 जनरेटर आपरेटरों को फेयर वेज पालिसी के तहत दिये जाने वाले ऐरियर का भुगतान किया और लागू फेयर वेज पालिसी पुनः रिवाईज की जाये। कार्यरत 220 कुशल संविदा कर्मचारियों को ग्रुप मेडिक्लेम इंश्योरेंस पालिसी को तत्काल लागू किया जाये और आकस्मिक अवकाश का लाभ दिया और न्यूनतम वेतन 18 हजार किया जाये। इस अवसर पर अनेक संविदा कर्मचारी शामिल थे।