देहरादून, अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ ग्रुप सी, पोस्टमैन ग्रप डी एवं नेशनल यूनियन पोस्टमैन एवं ग्रुप डी उत्तराखंड परिमंडल के अंतर्गत डाक कर्मचारियों की देशव्यापी हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही और यहां मुख्य डाकघर पर डाक कर्मचारियों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और धरने पर बैठे रहे।इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान समय में डाक विभाग नाजुक मोड पर खडा है और कर्मचारियों पर स्टाफ की भारी कमी के बावजूद तरह तरह के कार्य लादे जा रहे है और नई पेंशन स्कीम को खत्म करना इसका प्रमुख कारण है और कहा कि पोस्टल ज्वांइट काउंसिल पूरी तरह से हड़ताल पर है। वक्ताओं ने कहा कि कमलेश चन्द्रा कमेटी की सभी सिफारिशों को लागू किया जाये और जीडीएम को नियमित किया जाना चाहिए लेकिन केन्द्र सरकार इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है और सभी संवर्गों के रिक्त पदों को भरने की जरूरत है और जिसमें पीए, पोस्टमैन, एमटीएस, एसबीसीओ एवं एमएमएस, सीएसआई एवं आरआईसीटी से संबंधित सभी समस्याओं को निपटान कराया ाजये और एनपीएस को समाप्त कर पुरानी पेंशन स्कीम लागू किया जाये और जीडीएस को और नियमित कर्मचारियों के वर्ष 2015 में सदस्यता वेरिफिकेशन का परिणाम जारी किया और पार्ट टाइम काॅटिजेंट एवं दैनिक मजदूर को छह व सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप भुगतान हो तथा एरियर दिया जाये और शेष बचे संवर्गों को पोस्टमास्टर कैडर में भी कैडर रिस्ट्रक्चरिंग लागू किया जाये और डाक सेवाओं में निजीकरण, काॅपीराईजेशन और आउटसोसिंग बंद किया जाये और एमएसीपी में बेंच मार्क रदद किया जायेगा तथा डाकघर एवं आरएमएस में पांच दिवसीय सप्ताह को लागू किया जाय। वक्ताओं ने कहा कि जिन संवर्गों में न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता में वृद्धि की गई है उनके वेतनमान भी बढ़ाये जाये और बिना सुरक्षा कैश ले जाने की बढ़ाई गई सीमा को वापस लिया जाये।
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उच्च एवं उच्चतम न्यायालयों के एमएसीपी एवं आरटीपी के सम्बद्ध फैसलों का पालन किया जाये और सीजीएचएस के अंतर्गत कैशलेस इलाज की व्यवस्था की जाये। वक्ताओं ने कहा कि शीघ्र ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन को तेज किया जायेगा। इस अवसर पर अनेक डाक कर्मचारी शामिल थे।