देहरादून, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचन्द शर्मा के नेतृत्व में देहरादून नगर निगम के कांग्रेस पार्षदों ने मुख्य नगर आयुक्त को एक ज्ञापन प्रेषित कर देहरादून महानगर की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराते हुए उनके समाधान की मांग की। नगर आयुक्त को सौंपे ज्ञापन में लालचन्द शर्मा ने कहा कि समाचार पत्रों के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि नगर निगम क्षेत्र के अन्तर्गत भवनकर में पुनः बढोत्तरी का प्रस्ताव किया जा रहा है जो कि जनहित में न्यायोचित नहीं है। लगभग 3 वर्ष पूर्व जो निर्वाचित बोर्ड द्वारा भवन करों में अत्यधिक लगभग 100 प्रतिशत की बढोत्तरी की गई थी सह स्वयं ही अभी तक उन सभी भवन स्वामियों पर एक अत्यधिक बोझ चला आ रहा है जो कि प्रथम बार इस प्रकार की प्रणाली के तहत किया गया है। भवन कर में इसके पश्चात पुनः बढ़ोत्तरी करना बिल्कुल भी न्यायोचित व जनहित में नहीं है तथा कई क्षेत्रों में भवन कर की दरों की भी आपत्तियां व षिकायतें आती रही हैं जिस पर अभी तक कोई भी न्यायोचित कार्रवाई न होने के कारण लोग परेषान हैं। यही नहीं एक ही स्थान की सड़क पर दो दरों पर कर का मापदण्ड समझ से परे हैं जिससे लोग आज की तिथि तक परेषान हैं। पूर्व की भांति अब भवन स्वामियों के बिल भी समय पर नहीं पहुंचते जिससे भवन कर का भुगतान समय पर नहीं हो पाती व छूट का लाभ नहीं मिल पाता है। जो भवन कर पिछले वर्शों में लोगों से प्राप्त किया गया कार्यालय द्वारा उसे भी नियमित रूप से इडेक्सिंग नहीं किया जाता है तथा उसका रिकार्ड न होने से भी लोगों को परेषानी का सामना करना पड़ सकता है।
इस प्रणाली को सुचारू करवाया जाय तथा जनहित में टैक्स में बढोत्तरी न की जाय। एक सड़क पर दोहरे कर निर्धारण को दुरूस्त किया जाय। नगर निगम क्षेत्र में सम्मिलित किये गये नये क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था, प्रथ प्रकाश व्यवस्था व आपातकालीन निर्माण कार्य की व्यवस्था की जाय। मलिन बस्तियों में पूर्व में लिए गये कर के अनुसार उपभोक्ताओं से पुनः कर संग्रह किया जाय तथा शासनादेश के अनुसार नियमित मलिन बस्तियों पर टैक्स लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाय। नये क्षेत्रों में कर्मचारियेां की भर्ती षुरू की जाय। नगर निगम द्वारा सोडियम लाइटों के स्थान पर एल.ई.डी. लगाकर पथ प्रकाष की जो व्यवस्था की गई थी वह काफी लचर है तथा लाइटों की मरम्मत न होने के कारण पथ प्रकाश व्यवस्था सुचारू न होने से आधे से अधिक षहर अंधकार में डूबा हुआ है तथा जनता की षिकायत के उपरान्त भी सम्बन्धित कम्पनी मरम्मत कार्य करने में अक्षम है। नगर निगम के समस्त वार्डों में पिछले आठ माह से निर्माण कार्य न होने के कारण व अब भारी वर्शा के चलते सड़कों पर भारी गढ्ढे पड़े हैं तथा सड़कें जगह-जगह टूटी पडी हैं जिससे टैªफिक व्यवस्था चरमराने के साथ ही जीवन क्षति की दुर्घटनाओं में भारी इजाफा हुआ है। इसे गभीरता से लेते हुए प्राथमिकता के आधार पर ठीक कराया जाना जनहित में अति आवष्यक है। नगर निगम क्षेत्र में बडे नालों में जलभराव को रोके जाने की व्यवस्था के लिए इस वर्श कोई विषेश व्यवस्था नहीं किये जाने के कारण प्रत्येक दिन जलभराव से होने वाले नुकसान का खतरा बढ़ रहा है। अतः बड़े नालों में जलभराव को रोकने के शीघ्र उपाय किये जाने चाहिए।
ज्ञापन देने वालों में पूर्व विधायक राजकुमार, प्रभुलाल बहुगुणा, डाॅ0 विजेन्द्र पाल, रमेश बुटोला, रजत अग्रवाल, राजेश शर्मा, अर्जुन सोनकर, आनन्द त्यागी, दीप बोहरा, नागेश रतूड़ी, राजेन्द्र चौहान, शैलेन्द्र करगेती, देविका रानी, सागर लाम्बा, अमित भण्डारी, इलियास अंसारी, अहताद अहमद, हरिकिशन भट्ट, मामचन्द, सुमित्रा ध्यानी, मीना बिष्ट, रीता रानी, उषा मल्ला चौहान, मामचन्द, रमेश चन्द, हुकम सिंह गडिया, अनूप कपूर, महेन्द्र रावत, मुकेश सोनकर, संजय रावत,सागर भट्ट,राजेश चमोली,आयुष गुप्ता, राहुल शर्मा, केशर सिंह रावत, दीपक कुमार, दिवाकर, निखिल कुमार, अनिल क्षेत्री आदि शामिल थे।