रूद्रपुर,  अपनी सांस्कृतिक विरासत को जीवंत बनाये रखने के लिये परम्पराओं को बनाये रखना होगा। यह बात काबिना मंत्री यशपाल आर्य ने शैल सांस्कृतिक समिति शैल परिषद द्वारा गांधी पार्क में आयोजित दो दिवसीय उत्तरायणी महोत्व का शुभरंभ करने के पश्चात अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि आज पर्वतीय संस्कृति न सिर्फ भारत बल्कि विदेशोें में भी ख्याति अर्जित कर चुकी है।

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    विदेशों से कई युवक युवतियां देवभूमि आकर यहां की संस्कृति के अनुरूप परिणय सूत्र में बंधती है। उन्होंने कहा कि आज युवाओं का प्रथम दायित्व बनता है कि वह पाश्चात्य संस्कृति से दूर रहकर देवभूमि की संस्कृति को अपनाये व दूसरों के लिये भीआदर्श बनेें। अपने संबोधन में विधायक राजकुमार ठुकराल व मेयर रामपाल सिंह ने पर्वतीय समाज के सभी लोगों को मकर संकांति एवं उत्तरायणी पर्व की शुभकामनायें देते हुए कहा कि हम सभी को अपनी सांस्कृति परम्पराओं का निर्वहन करनाचाहिये। उन्होंने मातृशक्ति से आह्वान किया कि वह बच्चों में अपनी संस्कृति के प्रति लगाव पैदा करें और संस्कारों को बनाये रखने में अहम भूमिका अदा करें। इससे पूर्व श्री आर्य, श्री ठुकराल ,मेयर रामपाल गणमान्य अतिथि डीके शर्मा, आरके शर्मा,भरत लाल शाह, दिवाकर पांडे, सुरेश परिहार, नरेंद्र रावत आदि ने संयुक्त रूप से मां सरस्वति के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया। सभी गणमान्य अतिथियों का आयोजन समिति ने स्वागत किया। शैल समिति की महिला शाखा ने स्वागत गाया साथ ही पर्वतीय समाज की बुजुर्गजनों ने भी पारंपरिक गीत से सबका स्वागत किया। इसके पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दौर शुरू हुआ। जिसमें विभिन्न विद्यालयों के छात्र छात्रओं ने विभिन्न संस्कृतियों से ओतप्रोत रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबको झूमने पर मजबूर किया।  कुमाऊंनी गीत रूमाली को गांठा,फ्रयोलड़ियो त्वै देखि कि आदि गीतों ने सबको  थिरकने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम का संचालन हेमंत बिष्ट व हरीश दनाई ने किया।
इस दौरान गोपाल पटवाल, दिनेश भट्ट, कुवर नेगी, नरेंद्र रावत, डीके दनाई, कीर्तिनिधी शर्मा, सतीश ध्यानी, महेश कांडपाल, दान सिंह मेहरा, राजेंद्र बोरा, सतीश लोहनी, अवतार सिंह, भाष्कर जोशी, एलडी जोशी, हरीश मिश्रा, धीरज पांडे, अशोक वर्मा, मोहन उपाध्याय, कमलेश बिष्ट, सुनीता नेगी, दीपा जोशी, नीलम कांडपाल, कमला परिहार, सुधा जोशी, शालिनी बोरा, लीला पाठक, दीपा कांडपाल, सुमन रौतेला, हेम कांडपाल, दुर्गा शाह, सुधा पटपाल, सुशीलापांडे सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। आयोजन स्थल पर मेला भी लगाया गया जिसमें भारी संख्या में विभिन्न स्टाल लगाये गये थे साथ ही बच्चो के लिये कई झूले लगाये गये है। हाथी की सवारी भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।