चमोली , मकर संक्रांति ब्रह्मबेला पर 4.30 बजे वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ आदिबदरी नाथ भगवान के कपाट खोल दिए गए। मंदिर के पुजारी चक्रधर थपलियाल ने बताया कि पौष माह में पौराणिक परंपराओं और मान्यताओं के तहत मंदिर के कपाट एक माह के लिए श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए बंद कर दिए जाते हैं।
   मान्यताओं के अनुसार इस एक माह में मंदिर में देव पूजाएं आयोजित होती हैं, और मकर संक्रांति को भगवान आदिबदरीनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए विधि-विधान से खोल दिए जाते हैं।

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  मंदिर समिति के अध्यक्ष विजयेश नवानी और महा सचिव गैणा सिंह ने बताया कि 14 मंदिर समूह वाले पौराणिक आदिबदरी नाथ भगवान के मंदिर को संजय चमोला ने अपनी ओर से लाए गए गेंदे के फूलों से सजाया। कपाट खुलने पर मंदिर प्रांगण में श्री गणेश महा पुराण और एक सप्ताह का महाभिषेक समारोह आयोजित किया जाएगा।