देहरादून, 8 दिसम्बर : क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ़ उत्तराखंड(सीएयू) की टीमों में क्रिकेटर उत्तराखंड के मूल निवास प्रमाण पत्र के बिना नहीं खेल पाएंगे। सीएयू के प्रवक्ता विजय प्रताप मल्ल (मल्ला) ने जानकारी देते हुए बताया कि अपेक्स काउंसिल की बैठक में चयन प्रक्रिया में बदलाव करने पर सहमति बन चुकी है। आगामी सत्र 2024–25 से बिना मूल निवास प्रमाण पत्र के खिलाड़ियों का चयन नहीं किया जाएगा।
सीएयू ने अन्य राज्यों विभिन्न राज्यों से उत्तराखंड पढ़ाई करने वाले छात्रों को ने झटका दिया है। अब उत्तराखंड क्रिकेट टीम में खेलने के लिए उत्तराखंड का मूल निवासी होना अनिवार्य हो गया है। गुरुवार को आयोजित हुई एपेक्स काउंसिल की बैठक में मूल निवास अनिवार्य करने पर निर्णय लिया गया। जिसके बाद सीएयू ने सभी जिला संघों को मेल भेज कर सत्र 2024–25 के ट्रायल के लिए मूल निवास के प्रमाण पत्र अनिवार्य करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। बिना मूल निवास प्रमाण पत्र के कोई भी खिलाड़ी अब ट्रायल में भाग नहीं ले सकेगा।
मूल निवास-भू कानून समन्वय समिति व उससे जुड़े संगठनों ने सीएयू के इस कदम की सहारना करते हुए कहा कि कम से कम उन लोगों ने तो यहाँ के नौनिहालों की पीड़ा को समझा अब देखना है कि सरकार यहाँ के बेरोजगारों की सुध कब लेती है . उन्होंने उन सभी खिलाडियों का आह्वान करते हुए कहा कि जो साथी सीएयू के इस कदम को सही मानते हैं वह सभी खिलाड़ी आगामी 24 दिसम्बर 2023 को प्रातः 11 बजे देहरादून के परेड ग्राउंड में पहुँच कर मूल निवास स्वाभिमान रैली में अवश्य पहुंचे, जिससे सरकार भी नौकरियों में मूल निवास की शर्त को लागू करने पर बाध्य हो सके।