देहरादून, 18 जुलाई : श्री रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952 (Shri Ramakrishna Leela Committee Tehri 1952) देहरादून द्वारा पुरानी टिहरी की ऐतिहासिक रामलीला को देहरादून में पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया गया। इस हेतु टिहरी नगर मूल विस्थापित समिति, अजबपुर, देहरादून के साथ बैठक कर एक समन्वयक-समिति बनाई गई। बैठक में निर्णय लिया गया की अजबपुर, देहरादून स्थित टिहरी नगर’ में रामलीला आने वाले शारदीय नवरात्रों में 15 अक्टूबर 2023 से भव्य रूप से आयोजित की जाएगी।
श्री रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952, देहरादून के अभिनव थापर ने कहा की टिहरी की रामलीला का अपने आप में बहुत बड़ा इतिहास है और यह रामलीला 1952 से पुरानी टिहरी डूबने तक और उसके बाद अब नई टिहरी में कई वर्षो से आयोजित की जा रही है। रामलीला से न सिर्फ इतिहास को जीवित करने का मौका मिलता है बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए मनोरंजन से अपने इतिहास और सनातन धर्म की परंपराओं के साथ जुड़ने का अवसर भी मिलता है।
समिति के उपाध्यक्ष अम्बुज शर्मा ने बताया कि बहुत जल्दी रिहर्सल शुरू कर पात्रों का चयन किया जायेगा उन्होंने टिहरी नगर के समीप रहने वाले लोगों से अपील करी कि वह भी स्वयं को इस आयोजन से जोड़ कर इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनें।

उल्लेखनीय है की इस रामलीला में चौपाई, कथा, संवाद, मंचन आदि सब टिहरी की 1952 से चली आ रही प्रसिद्ध व प्राचीन रामलीला के जैसा ही होगा, जिससे टिहरी के लोगों का अपनत्व देहरादून में भी जुड़ा रहे। टिहरी-नगर देहरादून में आयोजित हुई बैठक में सचिव अमित पंत, नरेश मुल्तानी, गिरीश चन्द पांडे, मनोज जोशी, राकेश पांडे, नितिन पांडे आदि ने भाग लिया ।