समझाने के लिए पुलिस के छूटे पसीने
यशपाल आर्य ने की सीबीआई जांच की मांग

देहरादून,10 फरवरी : राजधानी देहरादून में पुलिस के युवाओं पर किए गए लाठीचार्ज को लेकर कांग्रेस पूरे प्रदेश में विरोध जता रही है। देहरादून के पुलिस अफसरों की नादानी के चलते परेशानी में आई सरकार इन नादान अफसरों पर कोई एक्शन लेती या फिर इन्हें भी अभयदान दिया जाता है यह तो जाँच के बाद ही पता चलेगा। मगर देहरादून में बेरोजगार युवाओं ने शुक्रवार को भी अपना आंदोलन जारी रखा। इस दौरान युवा शहीद स्मारक पर बड़ी संख्या में इकट्ठे हुए। हालांकि पुलिस ने युवाओं को शहीद स्मारक जाने से रोका। लेकिन पुलिस को भनक लगती इससे पहले ही युवा बड़ी संख्या में शहीद स्मारक के अंदर पहुंच कर धरना देने लगे। इस दौरान यहां पहले से मौजूद राज्य आंदोलनकारियों और पुलिस में भी तीखी नोकझोंक हुई। राज्य आंदोलनकारीयों ने बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए पुलिस की कार्यवाही को अमानवीय करार देते हुऐ घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की जिससे वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो व सच्चाई सामने आ सके। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन ने 10 तारीख़ को सूझबूझ सेे काम लिया होता तो ये नौबत ना आती साथ ही हजारों की भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री को सीधे हस्तक्षेप करना चाहिए था और तत्काल बेरोजगारों से वार्ता कर इस घटना को टाला जा सकता था।

देर रात तक शहीद स्मारक को खाली करने की कोशिश चलती रही जिसके चलते बड़ी संख्या में पीएसी और पुलिस बल तैनात रही। उधर राज्य आंदोलनकारियों के समर्थन के साथ बेरोजगार युवा स्मारक पर बैठकर अपने विरोध को आगे बढ़ाते रहे । एसएसपी देहरादून सहित डीएम और एसपी सिटी भी मौके पर मौजूद रहे। पुलिस राज्य आंदोलनकारियों के अलावा बाकी किसी को भी शहीद स्मारक पर धरना देने की इजाजत नहीं दे रही थी और इस प्रांगण को खाली कराने की कोशिश में लगी रही। यहाँ तक कि एसएसपी ने उन्हें आधे घंटे का अल्टीमेटम दे कर शहीद स्मारक को छोड़ कर सहस्त्रधारा रोड स्थित धरना स्थल जाने को कहा मगर कोई भी वहां से जाने को तैयार नहीं हुआ। हालांकि राज्य आंदोलनकारियों के विरोध के चलते पुलिस अब तक इस प्रांगण को खाली नहीं करवा पाई।

बेरोजगार संघ की प्रमुख मांग राज्य सरकार की कार्यवाही।
गिरफ्तार किये गए सभी छात्रों पर लगाए गए सभी मुकद्दमे वापस लेकर बिना शर्त रिहा करो।
राज्य सरकार: सिर्फ 307 हटा कर सभी जमानत लेनी पड़ेगी
पटवारी परीक्षा घोटाले की पहले जाँच फ़िर परीक्षा
राज्य सरकार: 12 फरवरी को पटवारी परीक्षा को करवाने की तैयारी
सभी भर्तियों की सीबीआई से जांच की मांग
राज्य सरकार: पटवारी भर्ती हाई कोर्ट के जज की निगरानी में
सख़्त नकल विरोधी कानून की मांग
राज्य सरकार: अध्यादेश को मंजूरी प्रदान की जा चुकी है।
राज्य लोक सेवा आयोग के परीक्षा नियंत्रक को हटा दिया गया है।

बागेश्वर में भी बेरोजगार युवाओं ने लाठीचार्ज के विरोध में कड़ी आपत्ति जताई। नाराज युवाओं ने नगर में रैली निकाली और प्रदर्शन किया। इसके बाद अपर जिलाधिकारी के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा। इसमें अब तक हो चुकी सभी परीक्षाओं की सीबीआई जांच करने की मांग की है व जांच होने तक सभी परीक्षाएं स्थगित रखी जाएं। युवाओं ने पुलिस भर्ती में भी घोटाले की आशंका जताई है। चेतावनी दी कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो युवा उग्र आंदोलन करेगा। इसकी सारी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी।

 देहरादून में हुए लाठी चार्ज को लेकर तीर्थनगरी ऋषिकेश में भी उबाल देखने को मिला। शुक्रवार को ऋषिकेश, डोईवाला, श्यामपुर, मुनिकीरेती में युवाओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर पुतला दहन किया। बेरोजगारों ने हाथों में गुलाब लेकर मौन जुलूस निकालकर विरोध जताया। उन्होंने भर्ती घोटालों में सीबीआई जांच करने की मांग की।

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने लाठीचार्ज की निंदा
दून में बेरोजगार युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर अब विपक्ष भी सरकार पर हमलावर हो गया है। हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वह निंदनीय है। यशाल आर्य ने आगे कहा कि पूरे भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे हैं। देहरादून में युवाओं पर हुई लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने शर्मनाक, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि युवाओं की मांग जायज है और युवाओं के साथ कांग्रेस खड़ी है।युवाओं भर्ती घोटाले को लेकर लगातार सरकार पर दबाव बनाकर सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। लेकिन सरकार आंख बंद की हुई है, जिसका नतीजा है कि आज युवा सड़कों पर है। सरकार जल्दीबाजी में कोई भी निर्णय ले रही है। सरकार कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने का काम कर रही है जिसके चलते जल्दबाजी में निर्णय लेकर युवाओं को धोखा देने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर विपक्ष सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेगा। उन्होंने कहा कि युवाओं पर हुए लाठीचार्ज के मुख्यमंत्री ने जो न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं वह पूरी तरह से छलावा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कई न्यायिक जांच देखे हैं। लेकिन कोई हल नहीं निकलता है और न्यायिक जांच के आदेश केवल मामले को रफा-दफा करने के लिए किया गया है।

रुद्रपुर में यूथ कांग्रेस ने जताया विरोध
देहरादून में हुए बेरोजगारों पर लाठीचार्ज की घटना अब तूल पकड़ने लगी है। युवाओं पर हुए लाठी चार्ज पर अब यूथ कांग्रेस सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रही है। रुद्रपुर में भी यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी करते हुए सरकार का पुतला दहन किया गया। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए युवाओं पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की। उन्होंने कहा कि बेरोजगार युवा तमाम भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। आंदोलन को तोड़ने के लिए सरकार के इशारे पर अराजकतत्व युवाओं की भीड़ में शामिल किए गए और उनके द्वारा माहौल को खराब किया गया। भुल्लर ने कहा कि युवा भर्ती घोटाले की सीबीआई मांग कर रहे हैं तो क्या गलत कर रहे हैं। युवा भर्ती घोटाले की जांच सीबीआई से कराने के लिए अड़े हुए हैं। सरकार मुद्दों से भटकाने में लगी हुई है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के बड़े लोगों की मिलीभगत से पेपर लीक हुए हैं। इसलिए भाजपा सीबीआई जांच से बच रही है।

हल्द्वानी में भी विरोध में हुई नारेबाजी
हल्द्वानी में युवा कांग्रेस ने डिग्री कॉलेज के गेट के सामने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन कर पुतला दहन किया। पेपर लीक मामले और देहरादून में बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज के मामले को लेकर एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष विशाल भोजक ने नेतृत्व में युवाओं ने हल्द्वानी में सरकार का पुतला फूंका। जिला कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि बेरोजगार युवक अपने हक हक की लड़ाई को लड़ रहे थे, लेकिन राज्य सरकार ने उनकी बात को सुनने के बजाय उन पर लाठीचार्ज कर दिया।

खटीमा में भी यूथ कांग्रेस ने फूंका सरकार का पुतला
 खटीमा मुख्य चैक पर शुक्रवार को यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा राज्य सरकार का पुतला फूंक जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर खटीमा मुख्य चैक पर यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता और कांग्रेस के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया। यूथ कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल व स्थानीय प्रशासन मुख्य चैक पर मौजूद रहे।

चमोली व टिहरी में भी लाठीचार्ज का विरोध
 देहरादून में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के बाद पर्वतीय जनपदों में भी उबाल देखने को मिल रहा है। जिला मुख्यालय गोपेश्वर में भी छात्रों ने लाठीचार्ज के विरोध में प्रदर्शन किया। बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार सहित अन्य आंदोलनकारियों को रिहा करने की मांग की गई। टिहरी में भी लाठीचार्ज के विरोध में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और नई टिहरी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं व सत्यमेव जयते संगठन से जुड़े युवाओं ने सरकार के खिलाफ पुतला फूंका वाह पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करें उन्होंने कहा कि सरकार पुलिस के दम पर विरोध विभाग युवाओं की आवाज को दबाने का काम कर रहे हैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बौराड़ी स्थित साईं चौक में प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर पुलिस का पुतला फूंका। कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश राणा ने कहा की सरकार के इशारे पर ही पुलिस ने बेरोजगार युवाओं पर लाठीचार्ज करवाया गया है जिससे कई युवाओं को गंभीर चोटें आई हैं। वहीँ बालगंगा में भी जुलूस निकाल सरकार का पुतला दहन किया व तहसीलदार के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा गया है।