देहरादून,14 जनवरी : 3 अक्टुबर 1994 को उत्तराखंड आन्दोलन के दौरान करनपुर में हुए गोलीकांड के प्रमुख गवाह उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी राजीव मोहन उर्फ़ गुन्दरू भाई का आज निधन हो गया। वह पिछले 14 दिनों से कनिष्क अस्पताल के सघन चिकित्सा कक्ष में भर्ती थे, जहाँ उनके लीवर और न्यूरो का उपचार चल रहा था। उससे पूर्व वह मैक्स अस्पताल में भी भर्ती रहे, उसके बाद उनकी पत्नी द्वारा उन्हें कनिष्क अस्पताल में भर्ती किया गया था ।
उनके पड़ोसी व राज्य आन्दोलनकारी हरी प्रकाश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया शनिवार दोपहर 2:00 बजे उन्होंने अंतिम साँस ली । वह शिक्षा विभाग में कार्यरत थे और 6 माह पूर्व ही सेवानिवृत्त हुए थे। वह अपनी पत्नी के साथ करणपुर के ओल्उड डालनवाला स्थित पंचायती मंदिर के पास रहते थे। उनका अंतिम संस्कार रविवार सुबह 11:00 बजे नालापानी श्मशान घाट पर किया जाएगा । सभी आंदोलनकारियों ने उनको उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करी ।
सनद रहे कि 3 अक्टुबर 1994 को करनपुर में हुए गोलीकांड में जहाँ अन्य गवाह एन मोक़े पर पलट गए मगर आर्थिक रूप से कमजोर होने के बाद भी वह जिस दृढ़ता के साथ सच्चाई के साथ खड़े रहे यह बात उन्हें “गुदड़ी का लाल” बनती है और इस बात के लिए उन्हें हमेशा याद रखा जायेगा।