सामाजिक बुराइयों को दूर करने के लिए अपने घर से पहल करनी होगी 

देहरादून। जमीअत उलेमा हिंद उत्तराखंड की इस्लाह मुआशरा कमेटी की पहली बैठक मदरसा असादिया एक्कड़ खुर्द जिला हरिद्वार में जमीअत उत्तराखंड के अध्यक्ष व दारुल उलूम देवबंद के नाजिम तालिमात मौलाना  हुसैन अहमद की अध्यक्षता में आयोजित की गई।

इसलाह मुआशरा कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अजहर मदनी ने  मेहमान ए खुसूसी के तौर पर शिरकत की। मौलाना अजहर ने कहा कि सबसे पहले हमे अपने चरित्र का निर्माण करना होगा, अमानतदारी, हुसने अखलाक और इस्लामिक शिक्षा पर सो फ़ीसदी अमल करते हुए जीवन यापन करना होगा। मदारिस के जिम्मेदारों व इमाम हजरात को इसलाह मुआशरा कमेटी का गठन कर घर घर जाकर काम करना होगा, तभी समाज में सुधार आएगा। समाज में नशा खोरी, सूद का कारोबार करने, दहेज प्रथा, नाच गाना, अमानत में ख्यानत करना आम हो गया हैं, सामाजिक बुराइयों को दूर करने के लिए सबको एक साथ मिल कर काम करना होगा। 

बैठक में जमीअत उलेमा के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना हुसैन अहमद ने कहा कि हर आदमी अपनी और अपने घर वालों की जिम्मेदारी ले ले तो समाज में सुधार आ जाएगा। जमीअत के प्रदेश महा सचिव मौलाना शराफत क़ासमी ने कहा कि प्रदेश से लेकर ब्लाक स्तर तक क्मेटियो का गठन कर 10 जनवरी तक कार्यालय को अवगत कराया जाएगा, हर मोहल्ले की सुधार कमेटी अपनी रिपोर्ट जिले को और जिला प्रदेश को रिपोर्ट देगा,प्रदेश अध्यक्ष अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने पेश करेंगे।

बैठक में मौलाना इलियास क़ासमी, मौलाना अब्दुल वाहिद, मुफ्ती मोहम्मद ताजीम, मौलाना जियाउर रहमान, मौलाना शाकिर, मौलाना इफ्तिखार अहमद क़ासमी, मुफ्ती अयाज़ अहमद, मौलाना रिहान गनी, मास्टर अब्दुल सत्तार, कारी शाहवेज, हाफिज मोहम्मद शाह नज़र, खुर्शीद अहमद, मौलाना हाशिम उमर व इरशाद अली आदि मोजूद रहे।