रक्त रंजित पथ हमारा, हम पथिक हैं आग वाले
देहरादून, 8 जुलाई: सयुंक्त मंच द्वारा शहीद स्मारक देहरादून में राज्य आंदोलनकारियों को राज्याधीन सेवाओं में देय 10% क्षैतिज आरक्षण की पुनर्बहाली को लेकर चल रहा धरना 38 वें दिवस और क्रमिक अनशन 28 वें दिवस भी जारी रहा।
आज के घटना क्रम में धरना स्थल पर राज्य आंदोलनकारियों द्वारा अपने रक्त से मांग पत्र लिख कर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेजा गया भेजा। खून से पत्र लिखने वालों में कोटद्वार के क्रांति कुकरेती, खटीमा के धर्मेन्द्र बिष्ट, उत्तरकाशी के पंकज सिंह रावत व हल्द्वानी के लाखन सिंह चिलवाल आदि थे। इस दौरान राज्य आंदोलनकारियों ने एक स्वर में कहा कि अगर सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों के हित में निर्णय नही लिया आंदोलन को तेज किया जायेगा।
दूसरी तरफ़ आज सुबह कुछ लोगों द्वारा कई आन्दोलनकारी साथियों को फ़ोन कर के धरना समाप्त होने की झूठी ख़बर फैला कर दिगभ्रमित करने का प्रयास भी देखने को मिला। अब इस के पीछे क्या मंशा है वह तो वही जाने मगर इस कुत्सित प्रयास की आन्दोलनरत साथियों ने कड़ी निंदा करते हुए कहा कि भविष्य में इस तरह की अफवाहों फैलाने वालों से सचेत रहें।
आज के क्रमिक अनशन के क्रम में देहरादून विमल जुयाल और उत्तरकाशी से पंकज सिंह रावत बैठे। वहीं आज के धरने में हल्द्वानी के लाखन सिंह, जगदीश रौतेला खटीमा के धर्मेंद्र बिष्ट,चमोली से हरीश पन्त (सभासद )नगर पंचायत थराली, उत्तरकाशी के विकास रावत, पंकज रावत, राम प्रसाद डिमरी, शैलेंद्र राणा, मनोज कुमार हर्बटपुर, देहरादून के प्रभात डंडरियाल, अम्बुज शर्मा, गुरु प्रसाद, प्रेम सिंह नेगी, शेलेंदर सिंह, वीरेन्द्र रावत, अनुराग भट्ट, सूर्यकांत बमराडा, विनोद असवाल आदि मौजूद रहे।
#10% क्षैतिज आरक्षण की बहाली को लेकर आंदोलनकारियों ने अपने खून से लिखा पत्र #Agitators wrote letter with their blood for the restoration of 10% horizontal reservation