देहरादून,7 जुलाई : सिटी–मजिस्ट्रेट द्वारा धरने को समाप्त किए जाने के संदर्भ में आज संयुक्त मंच द्वारा सुबह 11:00 बजे शहीद स्मारक में एक आपातकालीन बैठक का आयोजन किया गया।

समस्त क्षेत्रों से आई हुई मातृ–शक्ति व वरिष्ठ आंदोलनकारियों ने प्रशासन के इस कदम की कड़ी भर्त्सना करते हुए पुतला दहन के कार्यक्रम को स्थगित करने के निर्णय की भी निंदा की। कुछ वक्ताओं का कहना था कि क्या अब ये धरना प्रशासन के दिशा निर्देशों पर चलेगा। धरने के संदर्भ में सभी ने एक स्वर में कहा कि हम कोई नई मांग नहीं कर रहें हैं जो सम्मान पूर्ववर्ती सरकार ने हमें दिया था उसी को वापस मांग रहें हैं और जब तक सरकार हमारा वह सम्मान वापस नहीं लौटती धरना बदस्तूर जारी रहेगा। प्रशासन चाहे तो वह हमें बलपूर्वक उठा सकता है मगर उसके बाद की स्थिति झेलने को भी तैयार रहे।

उसके बाद संयुक्त मंच ने आंदोलन के अगले चरणों पर चर्चा करी। जिसमें पहले वह अपने खून से एक पत्र लिख कर माननीय मुख्यमंत्री को भेजेगा जिसमें उनसे द्वारा किए वादे को पूर्ण करने का अनुरोध होगा। उसके बाद आगामी 10 जुलाई को सहारनपुर चौक स्थित दीनदयाल उपाध्याय पार्क में अन्य संगठनों को जोड़ते हुए इस आंदोलन का विस्तार किया जायेगा।

बैठक के बाद संयुक्त मंच के संयोजक ने सिटी मजिस्ट्रेट के कार्यालय में जाकर एक ज्ञापन माननीय राज्यपाल महोदय को प्रेषित करते बैठक में लिए गए निर्णयों से अवगत करा दिया।

आज के कार्मिक अनशन में बड़कोट उत्तरकाशी के विकास रावत व हल्द्वानी के लाखन सिंह चिलवाल बैठे।
उनके समर्थन व बैठक में भाग लेने वालों में प्रमुख रूप से आंदोलनकारी मंच के प्रदीप कुकरेती, उत्तराखण्ड पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवनीत गुसाईं, उक्रांद के लुशुन टोडरीया, गणेश धामी, ह्रदेश शाही थराली से हरीश पंत, खटीमा से धर्मेंद्र बिष्ट, उत्तरकाशी से पंकज रावत, शेलेंद्र बिष्ट, ऋषिकेश से राजेद्र प्रसाद कोठारी, प्रेम लाल कंडवाल, विक्रम भंडारी, रूकम पोखरियाल, उमेश कंडवाल, रेनू नेगी, ईशा नेगी, विमला बहुगुणा, संगीता उनियाल, वीना बहुगुणा, सरोजनी भट्ट, सरला नेगी रघुनाथ कल सरोजिनी थपलियाल बृजभूषण बहुगुणा, शोभा थपलियाल, ललित कुकरेती, कृष्णा खत्री, देवेंद्र तोमर,विकास नगर से राम किशन, देहरादून से पुष्पलता सिलमाना, अंबुज शर्मा, सुरेश नेगी, हरी प्रकाश शर्मा, रोशनी नेगी, सुरेश कुमार,सुमित राज थापा, प्रभात डडरियाल, हंसा देवी, सरोजिनी घुनसोला, धर्मानंद भट्ट, बसंती सुंद्रियाल, एकादशी देवी, शोभा थपलियाल आदि लोग थे।

10%_क्षैतिज_आरक्षण_सम्मान_वापस_मिलने_तक_ख़त्म_नहीं_होगा_धरना #10%_क्षैतिज_आरक्षण_सम्मान_वापस_मिलने_तक_ज़ारी_रहेगा_ये_संग्राम #माननीय_राज्यपाल #दीनदयाल_उपाध्याय_पार्क #10_जुलाई #संयुक्त_मंच #मातृ_शक्ति #आपातकालीन #शहीद_स्मारक #10%_क्षैतिज_आरक्षण #सिटी_मजिस्ट्रेट #Honorable_Governor #Deendayal_Upadhyay_Park #10_July #United_Forum #Matri_Shakti #Emergency #Martyr_Memorial #10%_Horizontal_Reservation #City_Magistrate #10%_Horizontal_Reservation_This_struggle_will_continue_till_the_honor_is_returned