देहरादून, 16 जून 2022 : पीड़ित राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा शहीद स्मारक देहरादून में विगत 16 दिनों से चलाया जा रहा क्रमिक अनशन आज भी जारी रहा। आज क्रमिक अनशन में वीरेंद्र सिंह रावत देहरादून व उत्तरकाशी के विकास रावत को नवीन नैथानी केंद्रीय महामंत्री चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति उत्तराखंड द्वारा माल्यार्पण कर धरने पर बैठाया गया। आज के धरने में मोहन सिंह रावत, रामकिशन, सूर्यकांत शर्मा, सरोजनी थपलियाल, रेनू नेगी, धर्मानंद भट्ट, राजकुमारी जुगरान, आदि बैठे। वही आज तीन प्रमुख राज्य आंदोलनकारीयों देहरादून से अम्बुज शर्मा कोटद्वार से क्रांति कुकरेती व खटीमा के धर्मेंद्र सिंह को पुलिस ने आज सुबह अलग अलग स्थानों से एतिहातन गिरफ्तार कर लिया जिसे शाम को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया।
सनद रहे कि अम्बुज शर्मा व उनके साथी पिछले 16 दिनों मुख्यमंत्री से मिल कर आंदोलनकारीयों को प्रदत 10% क्षेतीज आरक्षण को लागू करवाने के लिये बिल लाने की मांग हेतु धरने पर बैठे हैं। आज किसी गलतफहमी के चलते क्रांति कुकरेती को धर्मपुर में व अंबुज शर्मा व खटीमा से आए धर्मेंद्र बिष्ट को सर्वे चौक पुलिस द्वारा सुबह सवेरे उनके घर से हिरासत में ले कर डालनवाला थाने में रखा।
इस खबर से राज्य भर के आंदोलनकारियों में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया और आसपास के छेत्रो से तमाम राज्य आंदोलनकारियों शहीद स्मारक में एकत्रित हो गये जहाँ उन्होंने एक सभा का आयोजन किया गया।
सभा में आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी, रुद्रप्रयाग से कुलदीप सिंह रावत, उधम सिंह नगर से अवतार सिंह बिष्ट, ऋषिकेश से विक्रम भंडारी, वेद प्रकाश शर्मा, रेनू नेगी, लक्ष्मी कंडवाल, राजेश्वरी, सुशीला, उर्मिला, कंडवाल, सुनीता सकलानी, प्रभा नेगी, कुसुम शर्मा, बीना बहुगुणा, सरोजिनी थपलियाल, विमल जुयाल, नवनीत गुसाईं, केपी गंगवार, गुलाब सिंह रावत, राजेंद्र प्रसाद, भगवान सिंह पवार, राम रावत, राकेश मियां, ,भगवान सिंह पवार, चंद्रकिरण राणा प्रभात डडरियाल, सुरेंद्र सजवान आदि ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार द्वारा आंदोलनकारियों की इस तरह से की गई गिरफ़्तारी को दुर्भाग्यपूर्ण बतायासभी आंदोलनकारीयों ने एक स्वर में आपसी एकता को बनने के लिये अतिशीघ्र एक बैठक आहूत करने का भी निर्णय लिया गया। सभा का संचालन पूरण सिंह लिंगवाल द्वारा किया गया ।
उन्होंने कहा कि सरकार के इस तानाशाही रवैया अपना कर इस 10% छैतिज आरक्षण के आंदोलन को एक कमजोर करने का षड्यंत्र कर रही है। वक्ताओं ने एक मत होकर सरकार से मांग की, कि वह शीघ्र राज्य आंदोलनकारियों/ आश्रितों को 10% छैतिज आरक्षण की बहाली के लिये आवश्यक कदम उठाये।
सभी आंदोलनकारीयों ने एक स्वर में आपसी एकता को बनने के लिये अतिशीघ्र एक बैठक आहूत करने का भी निर्णय लिया गया। सभा का संचालन पूरण सिंह लिंगवाल द्वारा किया गया ।
आमंत्रण पत्र
सेवा में……..
समस्त राज्य-हितेषी आन्दोलनकारी संगठन ....
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संगठनो के प्रतिनिधियों की बृहद संयुक्त बैठक दिनांक 19 जून रविवार 2022 प्रातः11:00 बजे स्थान शहीद स्मारक कचहरी देहरादून में राज्य आंदोलनकारियों /उनके आश्रितों को देय दस प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की बहाली हेतु संयुक्त रणनीति बनाने के लिए आप व आपके संगठन के पदाधिकारी सादर आमंत्रित हैं।