1935 में एक फ़िल्म आयी थी ‘धूप छाँव’ जिसके एक गीत की प्रासंगिकता आज फिर देखने को मिल रही है। गीत था ….. तेरी गठरी में लागा चोर, मुसाफिर जाग ज़रा ।

देहरादून, 14 मार्च: राजधानी देहरादून में नगर निगम की बेशकीमती जमीनों पर खुले कब्जे हो रहें हैं। आम जनता और स्थानीय पार्षद शिकायत कर रहें है मगर मजाल है जो नगर आयुक्त व मेयर के कान में जूं रेंग जाए। पार्षदों की लिखित शिकायत के बावजूद कोई कार्यवाही न होने के चलते की अब वह भी आक्रोशित हो चुके हैं। खास बात यह है कि भारतीय जनता बोर्ड के नगर निगम में खुद भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने मोर्चा खोला है। आज नगर निगम में आयोजित धरना प्रदर्शन में पार्षदों ने नगर आयुक्त से लेकर मेयर सुनील उनियाल गामा को जमकर खरी-खोटी सुनाई।

पार्षद भूपेंद्र ने बताया की स्वयं विधायक विनोद चमोली नगर आयुक्त व मेयर को फोन कर रहे हैं इसके बावजूद भी भू-माफियाओं के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। डालनवाला, पटेल नगर, जाखन जैसे इलाकों में बेशकीमती करोड़ों रुपए की भूमि पर कब्जा हो रहा है। शिकायतें आने के बावजूद कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है। पार्षदों की यह बगावत एक बड़ा सन्देश दे रही है। नगर निगम का प्रबंधन आखिर कैसे काम कर रहा है। पार्षदों के विरोध को देख, मेयर भी धरना दे रहे पार्षदों के समक्ष पहुंच गए और पार्टी लाइन की नसीहत का पाठ पढ़ाने लगे। मजे की बात ये है कि विधानसभा सभा चुनाव के बाद बिखरी कांग्रेस इस मसले पर भी पीछे ही आँख बंद किये बैठी नज़र आ रही है

नगर निगम की जमीने खुर्दबुर्द कर रहे हैं भूमाफिया

इस सारे मसाले को देखते हुए कुछ सवाल हैं जिसका जवाब नगर निगम को देना होगा।

1. क्या नगर निगम देहरादून के प्रत्येक वार्ड के अंतर्गत नगर निगम की भूमि का चिन्हीकरण किया गया है?
यदि नहीं तो अब तक क्यों नहीं किया गया? और यदि वार्ड में नगर निगम के अंतर्गत आने वाली भूमि को चिन्हित किया गया है तो उसकी सूची सार्वजनिक क्यों नहीं की जाती?
2. डालानवाला जैसे पॉश इलाके में मेन रोड से सटी हुई 5 बीघा जमीन में तत्कालीन नगरायुक्त (आई0ए0एस0 अधिकारी), जिलाधिकारी (आई0ए0एस0 अधिकारी), नगर निगम का समस्त तत्कालीन पार्षदगण तथा स्टॉफ एवं अन्य अधिकारी गणों की उपस्थिति में नगर निगम की चिन्हित की गई भूमि पर कैसे किसी निजी व्यक्ति के नाम से शुल्क ले लिया गया?


3. करोड़ों की इस सार्वजनिक सम्पत्ति को इस प्रकार मिलिभगत से किसी निजी व्यक्ति के नाम शुल्क कैसे ले लिया गया?
4. ऐसी आपराधिक मिलीभगत करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही?
5. ऐसे कर्मचारियों को किन अधिकारियों व उच्च पदस्त लोगों का वरदहस्त प्राप्त है?
6. मोथरावाला में चिन्हित की गई 250 बीघा जमीन की खुर्द-बुर्द में कौन-कौन सम्मिलित हैं?
7. नगर निगम के 100 वार्डों में कहां कितनी और कौन-कौन सी भूमि नगर निगम के स्वामित्व में चिन्हित की गई है?
8. ऐसी चिन्हित नगर निगम भमि पर इस संबंध की उद्घोषणा करने वाले साईन बोर्ड कितनी जगहों पर लगाए गए हैं ?

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