देहरादून, 02 फरवरी : आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता और कैंट से प्रत्याशी रविंद्र आनंद ने प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता कर कैंट सीट से बीजेपी प्रत्याशी सविता कपूर पर बी-हाइव सोसाइटी के अध्यक्ष रहते हुए करोड़ों रुपए के छात्रवृति घोटाले में शामिल होने की बात कही। उन्होंने कहा प्रदेश में करोड़ों रुपए के छात्रवृति घोटाले की एसआईटी जांच चल रही कई पर एसआईटी अपना शिकंजा भी कस चुकी है जिसमें सविता कपूर के बेटे अमित कपूर भी दोषी पाए गए हैं। उन्होंने सभी दस्तावेज मीडिया के सामने रखते हुए कहा, बीजेपी अंतिम व्यक्ति तक शिक्षा ,स्वास्थ्य पहुंचाने का जुमला कहती है और दूसरी तरफ इनके प्रत्याशी पिछले कई सालों से अपनी सोसायटी के जरिए गरीब,दलित छात्रों के छात्रवृति का पैसा डकार रहे हैं। गरीबों के हक पर डाका मारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि सविता कपूर के अध्यक्ष रहते हुए 45 से ज्यादा छात्रों को 2012 से 2017 तक मिलने वाली छात्रवृति 5 करोड़ से ऊपर समाज कल्याण से जारी हुई लेकिन वो पैसा छात्रों तक पहुंचाने के बजाय इनके तीन कॉलेज के लोन अकाउंट में ट्रांसफर किया गया।
इसके अलावा फर्जीवाडा करते हुए 19 छात्रों के दस्तावेजों का गलत प्रयोग करते हुए उनका एडमिशन तीनों कॉलेजों में करके उनके नाम पर तीनों कॉलेजों छात्रवृति का पैसा लिया गया और हड़प कर लिया गया । इस घोटाले में अमित कपूर की भी जांच हुई थी जिसमें एसआईटी ने अपनी विवेचना में उनके उपर लगे आरोपों सही पाया था। इस दौरान कैंट सीट से बीजेपी की प्रत्याशी सविता कपूर इस सोसायटी की प्रेसिडेंट थीं । अब सवाल ये उठता है कि इनके संज्ञान में लाये बिना इतना बड़ा घोटाला कैसे हो सकता ? और अगर ये मान लिया जाये कि यह इनके संज्ञान में नहीं था तो फ़िर 01 दिसंबर 2020 को इन्होंने इस्तीफा क्यों दिया ? ’इस पूरे घोटाले में सविता कपूर भी उतनी ही दोषी है जितना उनका बेटा। ऐसे लोग जनता के हक के पैसों को खा कर जनप्रतिनिधि बनने की कोशिश करते है। आज इनका सच सबके सामने आ गया है। ये पूरी तरह से इस घोटालों में दोषी हैं।’