देहरादून, 17 जनवरी : वनाधिकार आंदोलन से जुड़े कांग्रेसियों ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को ससम्मान पार्टी में जिम्मेदारियां देने की मांग उठाई है। चेतावनी दी है कि यदि ऐसा न हुआ तो हजारों की संख्या में लोग पार्टी को अपना इस्तीफा सौंप देंगे।
वनाधिकार कांग्रेस से जुड़े लोगों ने सोमवार को वर्चुअल बैठक कर इस मामले पर चर्चा की। उनका कहना था कि किशोर उपाध्याय ने लंबे समय से पार्टी की सेवा की और अपने अथक परिश्रम से संगठन को खड़ा किया। वनाधिकार आंदोलन के संस्थापक के रूप में उन्होंने उत्तराखंड के लोगों को उनके पुश्तैनी अधिकार दिलाने की लड़ाई लड़ने का जिम्मा उठाया है। यह सर्वदलीय आंदोलन है जिसमें सभी दलों का समर्थन एकत्रित करने में किशोर उपाध्याय लगे हैं। लेकिन कुछ लोगों ने उनको ये कह कर पार्टी की जिम्मेदारियों से अलग कर दिया, कि वे अन्य दलों से मिलकर सांठगांठ कर रहे हैं। मांग उठाई कि पार्टी हाईकमान तुरंत अपने इस फैसले को वापस ले। वहीं उनके खिलाफ षडयंत्र रचने वालों पर उचित कार्रवाई की जाए। मांग करने वालों में पूर्व सैनिक सुनील भट्ट, वनाधिकार आंदोलन के उपाध्यक्ष मनोज खुल्बे, प्रदेश सचिव आशीर्वाद गोस्वामी, करन, गीता बोहरा, चंद्रा गोस्वामी, पूर्व जिलाध्यक्ष डीके दानी, रमेश कुमार, विनोद कुमार, राकेश, अंजू, प्रीति आर्या, सुंदर सिंह भोजक, विनोद सिंह, तनूजा नेगी, तनू आर्या, रिक्की भट्ट, किरण बिष्ट, हिमांशु जोशी, नीमा पंत, मोहन सिंह किरौला, रमेश जोशी आदि शामिल रहे।