देहरादून, 1 जनवरी : 10% आरक्षण को लागू करवाने के को देहरादून के शहीद स्मारक में धरना दे कर बैठे पीड़ित राज्य आंदोलनकारी मंच के साथियों द्वारा आज किये जाने वाले सामूहिक आत्मदाह को माननीय मुख्यमंत्री द्वारा फोन पर हुई वार्ता के बाद फ़िलहाल स्थगित कर दिया है।
मंच के संयोजक क्रांति कुकरेती ने बताया कि पूर्व राज्यमंत्री व वरिष्ठ आंदोलनकारी रविन्द्र जुगराण की मध्यस्थता के फलस्वरूप आज मुख्यमंत्री से उनकी वार्ता हुई। मुख्यमंत्री ने बताया कि वह उनके मामले को लेकर बेहद गंभीर हैं कल भी उनके द्वारा कैबिनेट की बैठक में इस बारे में चर्चा की गई थी उन्होंने कहा कि अभी वह हरिद्वार में हैं लौट कर इस बारे में फिर से चर्चा करेंगे।
इस पर क्रांति ने कहा कि उनका पहला मकसद मामले का सौहार्दपूर्ण निस्तारण करना है अब या तो इसका निस्तारण होगा अन्यथा वह खाली हाथ घर लौट कर नहीं जाएंगे। फ़िलहाल वह अपने आत्मदाह के कार्यक्रम को को एक दो दिन के लिए स्थगित कर रहें है मगर उपवास का कार्यक्रम बदस्तूर जारी रहेगा।
आज उपवास में बैठने वालों में क्रांति कुमार,चमोली से जगदीश चंद्र पंत, विकास रावत,वीरेंद्र रावत, सूर्यकांत बमराड़ा, मनोज कुमार,राम किशन,गणेश शाह व सुरेश कुमार आदि थे।
धरने के समर्थन में पहुँचे लोगों में स्वदेशी जागरण मंच के प्रान्त संयोजक सुरेन्द्र सिंह,प्रवीण पुरोहित,अम्बुज शर्मा उत्तरकाशी से जयवीर रांगड़, वीरेंद्र सिंह रावत,कुलदीप रावत,वेदानन्द कोठारी,ऋषिकेश से विक्रम भंडारी,राजेन्द्र प्रसाद कोठारी,विशम्भर दत्त डोभाल,कु0 जया डोभाल, विना बहुगुणा,राजेश्वरी कंडवाल, महिला मंच की सचिव निर्मला बिष्ट,जनक्रांति के सुरेश नेगी, आंदोलनकारी सयुंक्त परिषद के नवनीत गुसाईं, विपुल नौटियाल,सुरेश कुमार, सुशील विरमानी,आभा नॉटियाल,विक्रम सिंह राणा,गीता बिष्ट,धर्मानंद भट्ट,प्रभात डंडरियाल, पूरण सिंह लिंगवाल अल्मोड़ा से पूरन सिंह मेहरा, आदि लोग मौजूद थे।