तीन शव लाए गये हर्षिल


उत्तरकाशी। हर्षिल-छितकुल के लखमा पास पर बर्फबारी के दौरान लापता 11 ट्रैकर्स में से 7 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है। आज तीन शवों को हर्षिल लाया गया। हर्षिल की बिहार रेजीमेंट सेना सहित एसडीआरएफ लगातार वायु सेना के हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू अभियान चला रही है। शवों की पहचान अभी नहीं हो पाई है।

वहीं, आज सुबह एक गाइड देवेंद्र को जिंदा रेस्क्यू किया गया और वायु सेना के हेलीकॉप्टर से उन्हे हर्षिल पहुंचाया गया। देवेंद्र पुरोला उत्तरकाशी के ही रहने वाले हैं। वहीं, बीते दिन रेस्क्यू किए गए पश्चिम बंगाल निवासी 31 वर्षीय ट्रैकर मिथुन दारी का जिला अस्पताल में अभी इलाज चल रहा है।जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि शुक्रवार दोपहर तक 3 शव हर्षिल लाए जा चुके हैं। अन्य शवों को भी लाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही लापता लोगों की तलाश भी जारी है।

गौर हो कि बीते 14 अक्टूबर को दिल्ली और कोलकाता के 8 ट्रैकर्स के साथ 17 सदस्यीय दल हर्षिल-छितकुल के लखमा पास के लिए रवाना हुआ था। दल के लखमा पास पार करने के बाद टीम के 6 पोर्टर बीती मंगलवार को हिमाचल प्रदेश की ओर आईटीबीपी कैम्प पहुंच गए थे लेकिन 8 ट्रैकर्स सहित अन्य 3 लोग भारी बर्फबारी के चलते लापता हो गए थे। स्थानीय ट्रैकिंग एजेंसी ने घटना की सूचना बुधवार (20 अक्टूबर) को जिला आपदा प्रबंधन विभाग की दी थी। सूचना के आधार पर एक हेलीकॉप्टर सहित ैक्त्थ् की टीम ट्रैकर्स के खोज-बचाव के लिए मौके के लिए रवाना हुई थी।
इस टीम में कोलकाता के 7, दिल्ली का एक पर्यटक और उत्तरकाशी के तीन रसोइए थे। 19 अक्टूबर को ये टीम वहां पहुंचने वाली थी। हालांकि, जब यह मंगलवार (19 अक्टूबर) को छितकुल नहीं पहुंची, तो चिंतित ट्रैक आयोजकों ने उत्तरकाशी जिला आपदा प्रबंधन को सूचित किया।