हरिद्वार। सोमवार को यशपाल आर्य के अपने पुत्र के साथ कांग्रेस में वापसी के बाद भाजपा में अफरा-तफरी का माहोल बन गया है। इसके बाद अब भाजपा डेमेज कंट्रोंल करने के लिए हाथ-पांव मारने की स्थिति में आ गयी है। अब भाजपा की नजरें पिछले चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विधायकों पर है। अब भाजपा को उनके वापस कांग्रेस में जाने का डर सताने लगा है। इसलिए प्रदेश भाजपा संगठन अब इस मामले में फंूक फंूक कर कदम रख रहा है। मंगलवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और काबीना मंत्री डॉक्टर हरक सिंह के बीच डॉमकोठी के एक बंद कमरे में घंटाभर बातचीत चली। जिससे राजनीतिक गलियारों में अटकलों की चर्चाएं और तेज हो गयी है।
 

उत्तराखंड में चुनाव से पहले राजनीतिक उठा-पटक, दल-बदल जोरों पर है। बीजेपी और कांग्रेस इस मामले में एक-दूसरे को पटखनी देने में जी-जान से लगी हैं। बीजेपी ने एक कांग्रेसी और दो निर्दलीय विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल कराया था। उसके बदले सोमवार को कांग्रेस ने यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य की घर वापसी कराई थी. अभी भी उत्तराखंड में कई नेताओं के दल-बदल की आशंकाएं हैं।

राज्य की राजनीति में जारी उठा-पटक के बीच बड़ी खबर हरिद्वार से है। मंत्री हरक सिंह रावत व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के बीच आज हरिद्वार के डाम कोठी फर्स्ट गेस्ट हाउस पर लंबी बैठक चली। आपको बता दें कि कोटद्वार से दून लौटते समय मंत्री हरक को मदन कौशिक ने बुलाया था। जिसके बाद करीब 1 घंटे बंद कमरे में दोनों की बैठक हुई। दरअसल सोमवार को यशपाल आर्य की घर वापसी हो गई थी। इसके बाद भाजपा बेहद अलर्ट मोड में है। माना जा रहा है यशपाल आर्य के बाद हरक सिंह रावत सबसे ज्यादा कांग्रेस के टच में हैं। इसको लेकर आज बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने हरक सिंह रावत को मिलने बुलाया.दोनों के बीच क्या बात हुई। ये तो अभी पता नहीं चला है। लेकिन तय है कि हरक की कांग्रेस में वापसी की आशंकाओं के बीच मदन कौशिक ने उन्हें मनाने की हर संभव कोशिश की होगी। हरक सिंह की राजनीति को करीब से जानने वालों को पता है कि हरक बार्गेनिंग के बादशाह हैं। हाल की कई घटनाओं से बीजेपी आलाकमान भी समझ गया होगा कि हरक को रोके रखने के लिए क्या करना पड़ेगा। राजनीति के इस पक्के खिलाड़ी से प्रधानमंत्री ने ऋषिकेश दौरे के दौरान हालचाल पूछा था। पीएम ने कहा था कि हरक सिंह जी आपकी हनक कैसी चल रही है।