देहरादून, अब से करीब 11 वर्ष पूर्व उत्तराखंड पुलिस द्वारा पांच अन्य अभियुक्तों के साथ मिलकर व साजिश रच कर राज्य निर्माण आंदोलनकारी जेपी पांडे के विरुद्ध एक झूठे मामले में उन्हें जेल भिजवाए जाने के मामले में हरिद्वार के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मुकेश चंद्र आर्य द्वारा स्वर्गीय जेपी पांडे व उनके सहयोगियों को निर्दाेष ठहराया गया.
सनद रहे कि स्वर्गीय जे पी पांडे हरिद्वार में एक सड़क दुर्घटना में अतीत का हिस्सा बन गए परंतु उनके द्वारा किए गए संघर्षाे को आज भी हरिद्वार और उत्तराखंड के हजारों लोग याद हैं और आज उनके इस मामले में बरी होने के बाद उनके साथियों में उल्लास है उनका कहना है कि वह उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लोगों में रहें हैं . इस राज्य के लिए उनका योगदान हमेशा याद रखा जायेगा .