नैनीताल में माले के उम्मीदवार कैलाश पांडे को दिया समर्थन  

देहरादून, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की आम बैठक संगठन के कार्यालय में हुई, जिसकी अध्यक्षता नितेश खंतवाल ने की। बैठक में विचार व्यक्त करते हुए संगठन के राज्य सचिव देवेन्द्र रावल ने लोकसभा चुनावों को देखते हुए छात्रों की महत्वपूर्ण भूमिका पर विस्तार से अपने विचार व्यक्त किये तथा कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव देश की दिशा और दशा को तय करेगा इसलिए छात्रों को बड़े ही सोच-समझ के अपने मताधिकार का प्रयोग करना होगा।

एसएफआई की बैठक में उपस्थित कार्यकर्ता।  
 रावल ने कहा है कि पिछले सरकारों ने शिक्षा जगत की समस्याओं एवं आकांक्षाओं की सरासर अनदेखी की है तथा शिक्षा को आम जनता से दूर कर इसे व्यापार बना डाला है जिसका लाभ धनासेठों के परिवार उठा रहे है तथा आम-जनता के लिए शिक्षा महँगी हो चुकी है द्य रावल ने कहा कि 16वी लोकसभा चुनाव के बाद मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद शिक्षा के व्यवसायीकरण में तेजी आयी बल्कि इस सरकार द्वारा आरएसएस के इशारे पर शिक्षा का साम्प्रदायिकरण करने की प्रक्रिया को भी तेज किया। यहाँ तक कि इस सरकार ने देश के विख्यात शिक्षण संस्थानों की स्वयायता पर भी हमला करना शुरू कर दिया द्य शिक्षा बजट पर पहले के मुकाबले कटौती इस सरकार की शिक्षा विरोधी स्वरुप को पर्दर्शित करता है। रावल ने कहाँ अकेले उत्तराखण्ड में 3000 से भी अधिक प्राथमिक विधालय बन्दी के कगार पर सरकार ने ला खड़े कर दिए है उन्होंने कहा कि देश व इस राज्य में अकेले वामपंथ दल ही सही मायनों में आम-जनता व छात्रों की मांगों को संसद से सड़क तक उठा रहे है। उन्होंने टिहरी संसदीय क्षेत्र से माकपा के प्रत्याशी राजेंद्र पुरोहित को समर्थन एवं वोट देने की अपील छात्र समुदाय से की।
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 इस अवसर पर जिला सचिव हिमांशु चौहान, राज्य कमेटी सदस्य सुप्रिया, शैलेन्द्र परमार, राजेश चौहान, संजय कुनियाल, सोनाली नेगी, मनोज, मनीष, हिमांशु खाती, अनिल, सुन्दर, विपिन, दीपक, इन्दु, सोनी, मोनिका, सुमन, सागर, मोहित, अमन कंडारी, कुमकुम पुंडीर, लक्ष फर्स्वाण आदि मौजूद रहे।