उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से करीब 45 किलोमीटर दूर धार्मिक नगरी ऋषिकेश में सियासी ‘हलचल’ शुरू हो गई है। शहर में झंडे, पोस्टर और बैनर लग गए हैं। कुछ दिनों पहले उत्तराखंड कांग्रेस संगठन में हुए बदलाव के बाद पार्टी के नेता और कार्यकर्ता ‘जोश’ में है। कल कांग्रेस ‘मिशन 22’ के लिए इस धार्मिक नगरी से ‘शंखनाद’ करने जा रही है। ऋषिकेश भी कांग्रेस पार्टी के नेताओं के आगामी ‘चुनावी सियासी एजेंडे’ की लिखी जाने वाली ‘पटकथा’ को लेकर उत्सुक है। ‘राज्य कांग्रेस की नई टीम बनने के बाद 3 से 5 अगस्त ‘विचार मंथन शिविर’ में भाग लेने के लिए पहली बार ऋषिकेश में एक ‘छत’ के नीचे जुटेंगे’ । इन तीन दिनों में कांग्रेसी नेता आगे की रणनीति तैयार करने जा रहे हैं। पिछले कई महीनों से राज्य कांग्रेस में आपसी ‘खींचतान’ की वजह से पार्टी के नेता उत्तराखंड भाजपा सरकार के खिलाफ बड़ी बैठक नहीं कर पाए हैं। हालांकि ‘मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर राज्य इकाई में गतिरोध उभर कर सामने आ रहा है’। इस विचार मंथन शिविर में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर बना ‘गतिरोध’ भी कांग्रेस नेताओं का प्रयास होगा कि खत्म किया जाए। कल पहले दिन विचार मंथन शिविर में सभी कमेटियों से फीडबैक लिया जाएगा। दूसरे दिन 4 अगस्त को सभी फ्रंटल संगठन प्रदेश कांग्रेस कमेटी और जिला कांग्रेस कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक की जाएगी। तीसरे दिन 5 अगस्त को कांग्रेस कोर कमेटी की बैठक होगी, जिसमें 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर चिंतन मंथन और रणनीति तय की जाएगी। शिविर में चुनाव घोषणा पत्र के लिए सुझाव, प्रस्तावित मुद्दों एवं अभियान, प्रस्तावित यात्राएं एवं सभाओं और चुनाव की तैयारी के लिए व्यक्तिगत कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा व सुझाव लिए जाएंगे। सभी कमेटियों के सदस्य अपने प्रस्ताव कोर कमेटी के समक्ष लिखित या मौखिक रूप से पेश करेंगे।

होने वाले विधानसभा मानसून सत्र में विभिन्न मुद्दों पर धामी सरकार को घेरेगी कांग्रेस

बता दें कि कांग्रेस की यह बैठक इसलिए और महत्वपूर्ण हो जाती है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसी महीने 23 से 27 अगस्त के बीच ‘मानसून सत्र’ भी बुलाया है। होने वाले विधान सभा सत्र में पुष्कर सिंह धामी सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने के लिए भी कांग्रेस के नेता ‘रणनीति’ तैयार करेंगे। पिछले काफी समय से देवभूमि में ‘भू-कानून’ को लेकर मुद्दा गरमाया हुआ है। ‘उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि विधानसभा सत्र में कांग्रेस भू-कानून और देवस्थानम बोर्ड समेत विभिन्न मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनी तो पहली कैबिनेट बैठक में देवस्थानम बोर्ड एक्ट समेत उक्त दोनों कानून समाप्त करने पर फैसला लिया जाएगा’। गोदियाल ने कहा कि इसके अलावा महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर भी धामी सरकार को घेरेंगे। बता दें कि यह मानसून सत्र कांग्रेसी नेताओं के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए भी नया होगा । मुख्यमंत्री पद की कमान संभालने के बाद धामी पहली बार विधानसभा के किसी सत्र में भाग लेने जा रहे हैं। वहीं प्रीतम सिंह नेता प्रतिपक्ष के रूप में विधानसभा सत्र के दौरान धामी के सामने होंगे। चुनावी मंथन के इस शिविर में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, चुनाव प्रचार समिति अध्यक्ष हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और चार कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष समेत सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। इसके अलावा शिविर में चुनाव से जुड़े मुख्य विषयों पर विधायक, पूर्व विधायक, प्रदेश कार्यकारिणी, सभी जिलाध्यक्ष, सभी कमेटी, अनुसांगिक संगठन, विभाग एवं पदाधिकारी भाग लेंगे। ‘ऋषिकेश में कांग्रेस की तीन दिवसीय विचार मंथन शिविर को लेकर भाजपा के नेता भी निगाहें लगाए हुए हैं’।

शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार