हवालवाग(अल्मोड़ा), उतराखण्ड कार्मिक एकता मंच की आज विकास खंड सभागार हवालबाग में संपन्न चिंतन बैठक में समूचे कार्मिक संगठनों के शीर्ष स्तर पर सर्वमान्य महासंघ बनाये जाने के प्रस्ताव का समर्थन किया गया, तय किया गया कि इस प्रस्ताव को लेकर राज्य के समस्त विकासखंडों व जनपद स्तर पर बैठक आयोजित करने के बाद 16 अगस्त को देहरादून में समस्त कार्मिक संघों के साथ चिंतन बैठक कर कार्मिकों की भावनाओं के अनुरूप महासंघ के गठन करने के सम्बन्ध में निर्णय लिया जायेगा, बैठक में कार्मिकों के सेवा सम्वन्धी बुनियादी समस्याओं के समाधान के दिशा में राज्य के ब्यूरोक्रेट के उपेक्षापूर्ण रूख के प्रति नाराजगी व्यक्त की गई , सरकार द्वारा कार्मिकों की पदोन्नति के लिए 15 अगस्त तक की समय सीमा निर्धारित किए जाने पर कार्मिकों ने हर्ष व्यक्त किया गया तथा दो टूक शब्दों में कहा गया कि इस समय अवधि के भीतर पदोन्नतियां लटकाने वाले विभागाध्यक्षों की जवाबदेही व जिम्मेदारी भी सरकार तय करें
पैशनर श्याम सिंह रावत कार्मिक एकता मंच के सलाहकार ने कहा गोल्डन कार्ड की विसंगतियों को दूर किया जाए गोल्डन कार्ड जनवरी 21 से गोल्डन कार्ड के एवज में जबरन कटौती की जा रही है लेकिन चिकित्सा की कोई सुविधा धरातल पर कार्मिकों को नहीं मिल रहा है,ऐसे में जबतक गोल्डन कार्ड की खामियां दूर नहीं की जाती है तबतक कार्मिकों के वेतन /पैंशन से कटौती नहीं होनी चाहिए, वक्ताओं ने कहा कि अगर राज्य में यदि कार्मिक संघों का वजूद होता तो सरकार द्वारा गोल्डन कार्ड के रूप में जो मजाक किया गया वो कभी नहीं होता, हवालवाग लेखाकार हरिसिंह बिष्ट ने कहा कि गोल्डन कार्ड की असलियत को हम भुगत चुके हैं, विकास खण्ड के कार्मिकों ने एकता मंच की पहल की सराहना की ओर मुहिम को आगे बढ़ाने का संकल्प पारित किया।कार्मिक एकता मंच के पंकज रोतेला ने कहा कि पुरानी पैंशन बहाली ओर एसीपी को तत्काल प्रभाव से लागू कराया जाय, वक्ताओं ने कहा कि समान वेतन पर की गई बेसिक की सेवा को जोड़ते हुए एल,टी में शासकीय ओर अशासकीय शिक्षकों को चयन प्रोन्नत वेतनमान देने का शासनादेश अविलंब निर्गत किया जाय, बैठक की अध्यक्षता रमेश चन्द्र पाण्डे संचालन महासचिव दिगम्बर फुलोरिया ने किया.
बैठक में संरक्षक पंकज काण्डपाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष धीरेन्द्र पाठक, संयुक्त मंत्री पुष्कर सिंह भैसोड़ा,पंकज सिंह मेहरा, विकास बिष्ट,हर्ष सिंह बिष्ट,जेसी उपाध्याय,सरोज आर्या अरविन्द सिंह पांगती गिरीश आर्या,जगत सिंह मेहता,विधि पंत धर्मानन्द आदि उपस्थित थे