देहरादून , जिलाधिकारी डा0आर राजेश कुमार ने आज जनपद के आपदा परिचालन केन्द्र का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने आपदा परिचालन केन्द्र में तैनात कार्मिकों से जनपद में वर्षा के कारण अवरूद्ध सड़कों की संख्या एवं खोली गयी सड़कों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी ने आपदा परिचालन केन्द्र की सुस्त कार्य प्रणाली पर नाराजगी जाहिर करते हुए इसमें सुधार लाने के निर्देश आपदा प्रबन्धन अधिकारी को दिये। उन्होंने कहा कि आपदा बिन बुलाए मेहमान की तरह होती है जो कभी भी आ सकती है इसलिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि आपातकालीन सेवाएं 24 घंटे एक्टिव मोड पर रहें।
डीएम ने कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से की भेंट
देहरादून के नवनियुक्त जिलाधिकारी डॉ आर राजेश कुमार ने कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से उनके कैंप कार्यालय में शिष्टाचार भेंट की। कैबिनेट मंत्री ने जिलाधिकारी से कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के लिए पूरे इंतजाम किए जाएं और साथ ही वह वर्षा ऋतु में आपदा प्रबंधन व्यवस्था भी सुनिश्चित करें। उन्होंने सैन्यधाम के निर्माण कार्य को लेकर भी जिलाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान आपदा परिचालन केन्द्र में ड्यूटी रजिस्टर की जांच करते हुए ड्यूटी पर 2 कर्मचारियों के अनुपस्थित पाये जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए सम्बन्धित कर्मचारियों के विभागाध्यक्ष को कार्यवाही करने हेतु पत्र प्रेषित करने के निर्देश जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी को दिये। जिलाधिकारी ने जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी को कर्मचारियों का 15 दिन के रोस्टरवार ड्यूटी लगाते हुए सम्बन्धित कर्मचारियों के नाम एवं मोबाईल न0 नोटिस बोर्ड पर चस्पा करने के निर्देश दिये ताकि कोई भी जनमानस सीधे कार्मिक से सम्पर्क कर सकें। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबन्धन सम्बन्धी कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नही होगी यदि कोई कार्मिक इस कार्य में लापरवाही करते हुए पाये जाते हैं तो सम्बन्धित के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। उन्होंने आपदा परिचालन केन्द्र द्वारा किये जाने वाले कार्यों की विभिन्न पंजिकाओं का अवलोकन किया तथा सम्बन्धित कार्मिकों को कार्यशैली में सुधार लाने के निर्देश दिये। उन्होंने आज आपदा परिचालन केन्द्र को प्राप्त हुई समस्याओं एवं शिकायतों के सम्बन्ध में भी जानकारी प्राप्त की।
जिलाधिकारी ने आपदा परिचालन केन्द्र एवं जिला प्रशासन के बीच समन्वय हेतु उप जिलाधिकारी स्तर के अधिकारी की ड्यूटी लगाई जाने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी को स्टोर में रखे गये उपकरण व्यवस्थित करते हुए प्रत्येक कमरे में रखी गयी सामग्री के अनुसार कमरे नामित करने को कहा ताकि उपकरण एवं विभिन्न सामग्री की आवश्यकता होने पर अनावश्यक समय व्यतीत ना हो। उन्होंने कहा कि आपदा परिचालन केन्द्र को ऐसी स्थिति में होना चाहिए कि यदि कहीं कोई घटना घटती है तो नजदीकी क्षेत्र में 20 मिनट तथा दूरस्थ क्षेत्र में जितनी जल्दी हो सके रेस्क्यू टीम मौके पर पंहुचकर राहत बचाव कार्य प्रारम्भ कर दे। उन्होंने जिला आपदा प्रबन्धन केन्द्र में बाधित सड़कों, जलभराव, जल स्तर के सम्बन्ध में सूचना प्रत्येक घंटे में प्राप्त की जाय। उन्होंने जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी को जनपद में आपदा के सम्बन्ध में प्रत्येक घंटे की सूचना से जिलाधिकारी कार्यालय को अवगत कराने के निर्देश दिये। उन्होंने जनपदवासियों से अपील की कि उनके क्षेत्र में घटित होने वाले घटनाओं की सूचना आपदा परिचालन केन्द्र के कन्ट्रोलरूम के नम्बर 0135-2726066, 2626066 एवं टोल फ्री नम्बर- 1077 पर सूचना दिये जाने को कहा ताकि त्वरित दुर्घटना प्रणाली (आईआरएस) के माध्यम से आपदा की संवेदनशीलता को कम से कम किया जा सके।