अल्मोड़ा। देवभूमि खबर।जन शिकायतों में स्वास्थ्य सम्बन्धी मामलों को गम्भीरता से लिया जायेगा। यह बात जिलाधिकारी सविन बंसल ने आज जिला चिकित्सालय के औचक निरीक्षण के दौरान कही। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय में सभी व्यवस्थायें दुरूस्त रहें साथ ही लोगों को जन औषधि केन्द्र का पूरा लाभ मिल सके इसके लिये उन्होंने आज चिकित्सालय परिसर में एक कक्ष जनऔषधि केन्द्र खोलने के लिये स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने प्रशासनिक भवन जिसका निर्माण विगत वर्षों में किया गया था उसकी छत टपकने सहित अन्य शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुये उसकी जाॅच करने के निर्देश दिये और उन्होंने कार्यदायी संस्था ग्रामीण निर्माण विकास विभाग से स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये। चिकित्सालय की सफाई व्यवस्थाध्शौचालयों में गन्दगी पाये जाने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिये कि शीध्र ही उनकी मरम्मत के आगणन तैयार किये जाय।
जिलाधिकारी ने प्रत्येेक वार्ड में जाकर मरीजों से उनका हाल-चाल पूछा और वार्डों में पुराने बैडों को बदलने और वहां पर रखें स्टूल व रैक में आयल पेन्ट करानें चिकित्सालय परिसर में मरीजों के बैठने हेतु हर वार्ड में बैन्चों की व्यवस्था, दो नये वाटर फिल्टर क्रय करने सहित आकस्मिक सेवा, ब्लड बैंक, पैथोलाॅजी प्रभाग सहित अन्य जहंा पर भी आल्मारी, स्टूल, रैक, मेज आदि की आवश्यकता है उसे तुरन्त क्रय करने के निर्देश प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को दिये। उन्होंने आपरेशन कक्ष के लिये सी0आर्म एवं एक ट्राली क्रय करने तथा एक खराब पडे रैफ्ररिजिरेटर को सही करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में रखी शिकायत पंजिका का अवलोकन किया। शिकायत पंजिका में 27 जून 2017 के बाद किसी शिकायत का अंकन नहीं हुआ है इस पर भी उन्होंने निर्देश दिये कि शिकायत पंजिका का प्रत्येक दिन प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक अवलोकन करेंगे।
जिलाधिकारी ने आपरेशन कक्षों में मैगनेटेट सीट नये क्रय करने के निर्देश दिये। इसके अलावा उन्होंने सभी कर्मचारियों की उपस्थित पंजिका का अवलोकन किया और चिकित्सालय में 02 चिकित्सकों के देरी से आने एवं 01 चिकित्सक का बिना प्रार्थना पत्र के अवकाश में रहने पर उनका स्पष्टीकरण लेने के निर्देश प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को दिये। जिलाधिकारी ने दवाईयों को डिस्प्ले बोर्ड में करने के निर्देश प्रभारी चीफ फार्मासिस्ट को दिये। उन्होंने लैब टैक्निशियन, एक्स-रे टैक्निशयन, वाहन चालक सहित अन्य जिन पदो की आवश्यकता है उनका विवरण तैयार कर उपनल से उन पदों को भरने के लिये पत्र भेजा जाय।
जिलाधिकारी ने चिकित्सालय परिसर में किंचन भी निरीक्षण किया और निर्देश दिये कि किचन में सफाई व्यवस्था बनी रहे इसका विशेष ध्यान रखा जाय। उन्होंने चिकित्सकों को निर्देश दिये कि रोगी पर्ची में जो भी दवाईयाॅ लिखी जाय उसे सुस्पष्ट व कैपिटल लैटर में लिया जाय इसके अलावा उन्होंने कहा कि आगामी 23 जुलाई से दवाईयों सम्बन्धी विवरण तीन प्रतियों में रखा जायेगा जो एक मरीज के पास, एक फार्मासिस्ट के पास, एक चिकित्सक के पास रहेगा। इस प्रकार की प्रक्रिया को अनिवार्य रूप से लागू किया जा रहा हैं। इसके लिये जो भी शासन से निर्देश आये है उनका कढाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने रैफर रजिस्टर का भी अवलोकन किया और निर्देश दिये कि रजिस्टर में जो भी अंकन किया जाय व सुस्पष्ट किया जाय। जिलाधिकारी ने लिफ्ट में भी यह डिस्प्ले करने के निर्देश दिये कि गम्भीर रोगियों, विकलांगों, वरिष्ठ जनों, प्रसवों वाली महिलाओं को ही प्राथमिकता दी जाय साथ ही अनावश्यक रूप से उसका दुरूप्रयोग न हो विशेष ध्यान रखा जाय।
जिलाधिकारी ने प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिये कि जो भी निर्देश दिये गये है उनका कढाई से अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जाय। चिकित्सालय में पानी की व्यवस्था बनी रहें इसके लिये आवश्यकता अनुसार पानी के टंैक क्रय किये जाय। उन्होंने प्रत्येक वार्ड में एसी लगाने के निर्देश भी दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि अनावश्यक रूप से बाहर की दवाईयाॅ न लिखी जाय इसका ध्यान रखना होगा। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि चिकित्सकों के 25 पद स्वीकृत है जिनमें से 08 कार्यरत है, 17 पद रिक्त है। इसी तरह सहायक मात्रिकाध्सिस्टरध्नर्सिग अस्सिटैण्ट के 20 पद स्वीकृत है 16 पद में कार्यरत है 04 पद रिक्त है। चिकित्सालय में चतुर्थ श्रेणी के 34 पद स्वीकृत है 23 कार्यरत है 11 रिक्त पद रिक्त है इसके अलावा संविदा चिकित्सकोंध्दैनिक वेतन पर कार्य कर रहे कर्मचारियों के बारे में बताया। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सदर विवेक राय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 निशा पाण्डे, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा0 आर0सी0 पंत, डा0 आर0एस0 शाही, डा0 पंकज माथुर, डा0 बृजेश बिष्ट, प्रशासनिक अधिकारी जे0सी0 पाण्डे सहित अन्य लोग उपस्थित थे।