उदयपुर। केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हमारी देश में पानी, बिजली और पैसों की कोई कमी नहीं है। फिर भी हम विकास में मामले में अमरीका, जर्मनी और जापान जैसे देशों के मुकाबले बहुत पीछे हैं। इसका मुख्य कारण दूरदृष्टि की कमी और नई तकनीक का अभाव होना है। गडकरी ने कहा कि अगर यह दोनों हमारे पास जाएगी तो हम विकासशील बड़े देशों के समकक्ष खड़े जो जायेंगे।

 गडकरी ने शुक्रवार को यहां इंडियन रोड कांग्रेस की 212वीं बैठक को सम्बोधित करते हुए देश के विकास में इण्डस्ट्री, एग्रीकल्चर, बिजली और पानी को सर्वाधिक महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि देश का 10 प्रतिशत पानी तालाबों और कुओं में, 20 प्रतिशत सीधा जमीन में और 70 प्रतिशत पानी सीधा समुद्र में चला जाता है। बाढ़ में हमारा पानी व्यर्थ बह जाता है। इसका तकनीकी समाधान आवश्यक है जिसके लिए अन्य देशों में जो कार्य हो रहे हैं उससे लाभ उठाना होगा। उन्होंने कहा कि 11 राज्यों में पानी की गंभीर समस्या है। इसका कारण पानी का ठीक ढंग से उपयोग नहीं होना है। हम ऐसी तकनीक को लाएं, जिससे व्यर्थ बह रहे पानी को रोक कर 60 से 65 प्रतिशत पानी सिंचाई के काम में लें। इससे हमारी कृषि समृद्ध होगी तथा किसानों को आत्महत्या करने की नौबत नहीं आएगी।

 गडकरी ने कहा कि वर्तमान में उनका मंत्रालय देश में तीन हरित एक्सप्रेस हाईवे नर्मदा, ब्रह्मपुत्र और यमुना एक्सप्रेस हाईवे पर तेजी से काम कर रहा है। यहां सभी हाईवे को ग्रीन हाईवे बनाया जायेगा। इसके लिये हाईवे के किनारे ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाए जायेंगे। उन्होंने कहा कि एक पेड़ काटने पर दस पेड़ लगाएं जाए, पर केवल संख्या की दृष्टि से पेड़ लगाने की खानापूर्ति न हो अपितु दो तीन साल बाद उसके परिणाम भी देखें। यदि 10 में से सात पेड़ जिंदा है तो हमारा काम सफल होगा अन्यथा कमी होने पर संबंधित व्यक्ति के लिये सजा का प्रावधान होगा।

 गडकरी ने उदाहरण देते हुए बताया कि जिस ठेकेदार ने समयावधि के एक दिन पहले काम कर दिया उसे हमने एक लाख रूपये का पुरस्कार दिया किन्तु जिसने एक दिन भी समयावधि में देरी की उस पर डेढ़ लाख रूपये का जुर्माना करने में भी कोई कसर नहीं रखी। पेड़ों के महत्व पर उन्होंने बड़े ही भावुक अंदाज में कहा कि एक पेड़ काटते हैं तो लगता है जैसे एक आदमी की हत्या हो गयी। उन्होंने कहा कि अब सड़क दुर्घटना के मामले में सीधे ही इंजीनियरों की जिम्मेदारी तय होगी और उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। वहां पर होने वाली मौतों की जिम्मेदारी उनकी स्वयं की होगी। दुर्घटना में होने वाली मौतें किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं की जा सकती हैं।

 गडकरी ने कहा कि बहुत जल्दी ही नया मोटर वाहन अधिनियम पास होने वाला है उसमें इन सब चीजों का बारीकी से ध्यान रखा गया है। सड़क पर बने पुल की गुणवत्ता और सुरक्षा के मामले में कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने इंजीनियरों से कहा कि वे बेहतर से बेहतर डिजाइन बनाएं। क्वालिटी के साथ किसी तरह का समझौता न करें। तय समय और कम दर पर जिसका भी गुणवत्तायुक्त श्रेष्ठ से श्रेष्ठतर कार्य होगा। सरकार की ओर से उसका विशेष सम्मान दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैं मंत्री हूं, मेरा काम है काम करना। जो भी मेरे पास आता है उसका काम करना, नहीं तो उसका समाधान निकालना अगर काम नहीं हो पा रहा हो तो सीधे ही मना करना। लेकिन किसी को बार-बार चक्कर नहीं कटवाना चाहिये। इस संस्कृति पर भी लगाम लगाने में हम काफी हद तक सफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि नई तकनीकी के तहत देश में सीमेन्ट कांक्रीट की सड़कें बनाने का संकल्प लिया गया है। कांक्रीट की सड़कें ऐसी होंगी जो तीन पीढ़ियों तक चलेंगी। इसी तरह इलेक्ट्रिक कारें, बसें तथा स्कूटर बाजार में उतारे जाएंगे जिनसे पेट्रोल-डीजल की भारी बचत होगी और खर्चा कम भी आएगा। यह सब होगा तो देश समृद्ध और विकासगामी बनेगा।