बांसवाडा। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा नीत राजग सरकार पर लोकसभा में किसानों के लिए बोलने का समय नहीं देने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि उनकी पार्टी राजस्थान के किसानों के कर्जे माफ करवाने के लिए सड़क पर उतरेगी। गांधी ने यहां कालेज मैदान में किसान आक्रोश रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार के पास किसान, युवाओं, छोटे व्यापारियों, दलितों के लिए समय नहीं है, केवल देश के बड़े पचास उद्योगपतियों के लिए समय है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा में किसानों के दर्द को बयां करने के लिए समय मांगा लेकिन इस मुद्दे पर बोलने के लिए समय नहीं दिया गया। मैंने दो-तीन घंटे का नहीं केवल दस-पंद्रह मिनट का समय आप लोगों के लिए (किसानों) मांगा था लेकिन मुझे बोलने के लिए एक मिनट का समय भी नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक और पंजाब में किसानों के कर्ज माफ कर दिये हैं। उत्तर प्रदेश में भी योगी सरकार ने कांग्रेस की वजह से किसानों का कर्जा माफ किया है। कांग्रेस ने किसानों के कर्जे माफ करने के लिए उत्तर प्रदेश में रैलियां, सभाएं और यात्रा करके सरकार पर दवाब बनाया। कांग्रेस द्वारा बनाये गये दवाब के कारण ही सरकार ने किसानों का कर्जा माफ किया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो बड़े वायदे- किसानों की मदद और दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का.. किया लेकिन इनका क्या हुआ सबके सामने है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को यह अच्छी तरह से जान लेना चाहिए की विदेशों में भारत की पहचान किसानों की गाढी मेहनत और पसीने बहाने से है, न कि भाषण से। हिन्दुस्तान खड़ा है तो किसानों की वजह से न कि भाषणों के कारण। गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से किसानों के कर्जे माफ करने, फसल का उचित एवं समर्थन मूल्य दिलवाने, बिजली के बिल माफ करने की मांग करते हुए कहा कि देश का किसान, छोटा व्यापारी, दलित और आम नागरिक दुखी है। उन्होंने कहा कि देश के दो करोड़ किसानों ने प्रधानमंत्री को लिखित में अपना कर्जा माफ करने, बिजली का बिल माफ करने और फसल का उचित मूल्य दिलवाने की मांग की है लेकिन उनका ध्यान इस तरफ नहीं है।
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने किसानों के सत्तर हजार करोड़ रूपये के कर्जे माफ किये हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से राजस्थान में किसानों के कर्ज माफी के लिए बड़ा आन्दोलन शुरू करने के निर्देश देते हुए कहा कि जब भी आप मुझे जहां बुलाएंगे में आऊंगा। किसानों के कर्ज माफी के लिए राजस्थान में यात्रा निकालें, रैली निकालें, सबके लिए मैं तैयार हूं। राजस्थान के किसानों का जब तक कर्ज माफ नहीं होगा राजस्थान की मुख्यमंत्री को सोने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा किसानों, छोटे व्यापारियों, दलितों का ध्यान दिया है और मदद की है लेकिन केन्द्र सरकार इनकी अनदेखी कर रही है। बैंक देश के बड़े उद्योगपतियों के लिए है किसानों, युवाओं, मजदूरों के लिए बैंक में जगह नहीं है।
उन्होंने भाजपा और राष्ट्रीय स्वंयसेवक पर प्रहार करते हुए कहा कि आप (पार्टीजन) आन्दोलन शुरू करो, भाजपा और आरएसएस हमारे कार्यकर्ताओं के सामने खड़े नहीं हो पायेगी। उन्होंने कहा कि यह देश अमरीका के राष्ट्रपति का नहीं है बल्कि किसानों, छोटे व्यापारियों, मजदूरों, जनता का है। गांधी ने ‘मेक इन इंडिया’ के नारे को धोखा बताते हुए कहा कि एक तरफ किसान दुखी हैं, दूसरी तरफ न युवाओं को रोजगार मिला, यह नारा थोथा, झूठा है। बिना रोजगार के यह देश आगे नहीं बढ़ सकता। जब युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है तो यह देश आगे कैसे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा, यदि हम सरकार में होते तो भाषण की जरूरत नहीं होती। जब तक राजस्थान के किसानों का कर्जा माफ नहीं होगा हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने जीएसटी को जल्दबाजी लागू करने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हमने इस मुद्दे पर विचार विमर्श के तीन चार महीने का समय मांगा लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया, हमारे अनुरोध को मंजूर नहीं करके रात के बारह बजे संसद का सत्र बुलाकर इसे लागू करवा दिया।’’ उन्होंने कहा कि जीएसटी की वजह से छोटे व्यापारी परेशान हैं।
किसान आक्रोश रैली को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट, पूर्व मुख्मंत्री अशोक गहलोत ने भी सम्बोधित किया। राहुल गांधी को इस मौके पर आदिवासी इलाके की बंडी (जाकिट) पहनाने का प्रयास किया गया लेकिन बंडी छोटी होने के कारण वह नहीं पहन सके। कांग्रेस उपाध्यक्ष को दलित क्षेत्र की पहचान तीर कमान और हल की प्रतिकृति भेंट की गयी। इससे पहले राहुल गांधी का तलवाडा हवाई पट्टी पर पहुंचने पर सचिन पायलट, अशोक गहलोत, राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सीपी जोशी और राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे समेत अन्य पदाधिकारियों ने स्वागत किया। राहुल गांधी का परम्परागत रूप से स्वागत किया गया।