देहरादून,।देवभूमि खबर । साइबर क्राइम में कल्लू ठाकुर प्यादे के रूप में एसटीएफ को सफलता मिली है। मुख्य सूत्रधार सूरज मण्डल की गिरफ्तारी को लेकर एसटीएफ और स्थानीय पुलिस झारखंड के जनपद गिरीडीह में दबिश दी गई, लेकिन उसे पकड़ने में पुलिस और एसटीएफ को सफलता नहीं मिली।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ रिधिम अग्रवाल ने बताया कि साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर पंजीकृत मुकदमों के सम्बन्ध में मोबाईल यूजर तथा बैंक खातों के बारे में पतारसी सुरागरसी करते हुए साईबर थाने से निरीक्षक भारत सिंह के नेतृत्व में उप निरीक्षक आशुतोष सिंह, नितिन रमोला व हरेन्द्र भण्डारी की टीम गठित कर देवघर, जमतारा, गिरिडीह व धनबाद भेजी गयी थी। उक्त टीम द्वारा झारखण्ड राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जाकर गोपनीय रुप से पता सत्यापन किया गया, तो जानकारी हुयी कि सम्बन्धित मोबाइल धारकों का विवरण व कस्टमर एप्लीकेशन फार्म गलत नाम व पते पर लिये गये हैं। उक्त मोबाईल नम्बर का उपयोगकर्ता कोई अन्य व्यक्ति है, जिसके नाम पर ये मोबाईल कनेक्शन लिये गये है वह उनका प्रयोग नहीं कर रहा है। साथ ही यह भी जानकारी प्राप्त हुयी कि उक्त खाते देवघर, जामतारा, गिरीड़ीह, धनबाद के अलावा बिहार, तेलंगाना आदि अन्य स्थानों पर विभिन्न बैंकों में खोले गये है । जिनमें ऑनलाईन ठगी से सम्बन्धित धनराशि स्थानान्तरित करायी जाती है तथा उसके पश्चात सम्बन्धित द्वारा अपना हिस्सा रखकर शेष धनराशि खाताधारकों को दे दी जाती है ।
उक्त अभियोग में विभिन्न बैंकों के खाते प्रयोग में लाये गये हैं । जिसमें इलाहाबाद बैंक, आन्ध्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईड़ीबीआई बैंक, पंजाब नैशनल बैंक, एक्सिस बैंक, बैंक आफ इण्ड़िया, स्टेट बैंक आफ इण्ड़िया, यूनियन बैंक व यूको बैंक के खाते सम्मिलित है । उक्त खातों में से इलाहाबाद बैंक के 03, बैंक आफ इण्ड़िया 02,आईसीआईसीआई बैंक 01, आईड़ीबीआई का 01, यूनियन बैंक 01, पंजाब नैशनल बैंक 02 व स्टेट बैंक आफ इण्ड़िया के 02 खाताधारक तस्दीक हुये हैं ।
जिसके सम्बन्ध में दो टीमें गठित कर पंजीकृत मुकदमों के सम्बन्ध में टॉस्क आंवटित किये गये तथा पुलिस टीम के द्वारा गिरीडीह, जमतारा, धनबाद, देवघर व जमशेदपुर में स्थानीय पुलिस के सहयोग से दबिशें दी गयी । दबिश के दौरान जनपद गिरीडीह के ग्राम चपुवाडीर, थाना बैंगाबाद में निरीक्षक मारुत साह के नेतृत्व में उपनिरीक्षक राजीव सेमवाल, उपनिरीक्षक आशुतोष राणा, मुख्य आरक्षी सुनील भट्ट, आरक्षी पवन कुमार की टीम द्वारा ऑनलाईन ठगी द्वारा अपने बैंक खाते में धनराशी स्थानान्तरित करने वाले लाभार्थी कल्लू ठाकुर के घर पर दबिश देकर गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त कल्लू ठाकुर द्वारा पूछताछ में बताया कि वह स्वंय तथा उसके परिवार के अन्य सदस्य सुनीता देवी, तारा देवी, पिन्टू ठाकुर, युधिष्ठिर दास व प्रकाश मण्डल के बैकों में खाते खुलवाये गये। इसमें सूरज मण्डल मोबाईल फोन के माध्यम से उत्तराखण्ड व अन्य राज्यों के खाता धारकों को फोन करके फर्जी बैंक अधिकारी बनकर एटीएम कार्ड बन्द होने व आधार नम्बर को बैंक खाते से लिंक कराने के नाम आदि पर धोखे से उनके खातों व एटीएम कार्ड की जानकारी व ओटीपी प्राप्त कर लेता था, जिससे खाताधारकों के खातों से धनराशि ऑनलाईन हमारे बैंक खातों में आ जाती थी । इसके पश्चात बैंक खाते से सारी धनराशि निकाल कर हम सूरज मण्डल को देते थे, जिसमें सूरज मण्डल हमारा हिस्सा देने के बाद वह शेष धनराशि खुद रख लेता था । वह इन खातों से प्राप्त हुये रुपयों को अपने घर में छिपा कर रखता है । गिरफ्तारशुदा अभियुक्त की निशांनदेही पर निरीक्षक मारुत साह के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा सूरज मण्डल के घर पर दबिश दी गयी, जिसमें अभियुक्त सूरज मण्डल घर पर मौजूद नहीं मिला । तलाशी में उसके घर से विभिन्न बैंक खाताधारकों की ऑनलाईन हड़पी गयी धनराशि 2 लाख 8 हजार रुपये नकद, एक सोने की अंगूठी, 350 ग्राम चाँदी के जेवरात, मोबाईल फोन, विभिन्न एटीएम कार्ड आदि बरामद हुये है। स्थानीय पुलिस की मदद से अभियुक्त सूरज मण्डल की तलाश की जा रही है। एटीएम की गोपनीय जानकारी व ओटीपी प्राप्त कर विभिन्न पीड़ितो के बैंक खाते से निकाले गये कुल 9,89,096 रुपये में से 1,35,186 रुपये पूर्व में पीड़ितों के खातों में वापस कराये गये है। शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी व धनराशि की बरामदगी हेतु प्रयास किये जा रहे है । उक्त किये गये सराहनीय कार्य हेतु पुलिस टीम को पुलिस महानिदेशक ने 20 हजार रुपये, पुलिस महानिरीक्षक अपराध एंव कानून व्यवस्था पुलिस मुख्यालय ने 10 हजार रुपये व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ ने 2.5 हजार रुपये के ईनाम की घोषणा की है।