अल्मोड़ा: – कोसी पुनर्जनन कार्यों में विभागीय अधिकारियों व दिए गए लक्ष्य के अनुसार धीमी प्रगति की समीक्षा की जाएगी। इसके लिए जल्द ही डीएम नितिन सिह भदौरिया विभागों की समीक्षा करेंगे। इसमें पर्यावरण को बेहतर करने के लिए किए जा रहे पौधारोपण सहित चाल-खाल व सुरक्षा दीवार बनाने की हो रही कवायद की समीक्षा की जाएगी। ताकि अधिक से अधिक वाटर रिचार्ज जोन को विकसित किया जा सके।

कोसी पुनर्जनन महाभियान जहां मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसको लेकर बीते माह ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिह रावत की तरफ से हरेला पर्व पर पौधारोपण किया जा चुका है। लगाए गए पौधों की सुरक्षा के लिए भी बेहतर प्रयास किए जाने के निर्देश दिए गए थे। सभी विभागों की तरफ से पौधारोपण कराए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया जा चुका है। इसके साथ ही चाल-खाल व पानी के लिए रीचार्ज जोन बनाए जाने की दिशा में भी काम चल रहा है। जिसमें अब तक संतोषजनक स्थिति नहीं दिख रही। डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि जल्द ही वह कोसी पुनर्जनन कार्यों की स्थलीय समीक्षा करेंगे। ताकि वह भी देख सकें कि तय मानकों के तहत कितना काम अब तक पूरा किया जा चुका है। कोसी पुनर्जनन कार्यों के लिए 14 जोन बनाए गए हैं। इसमें नोडल अधिकारियों की तैनाती भी की जा चुकी है। ताकि कार्यों की समीक्षा रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को इनके माध्यम से दी जा सके। वन विभाग को अकेले एक लाख पांच हजार पौधों का रोपण करने का लक्ष्य दिया गया है। जिसमें चाल-खाल व सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जाना है। बरसात में कोसी नदी का पानी अधिक से अधिक रोका जा सके इसके लिए पौधारोपण किया जाना बेहद जरूरी है। अब तक कई विभाग इस महाभियान को लेकर तेजी से काम नहीं कर पा रहे। बीच में डीएम के तबादले के बाद इस तरफ सुस्ती दिखाई देने लगी थी। इधर एक बार फिर कोसी पुनर्जनन कार्यों की समीक्षा प्रत्येक दिन डीएम कर रहे हैं।