बागेश्वर, राजकीय इंटर कॉलेज में विज्ञान वर्ग में प्रवेश अवश्य होते हैं, लेकिन विद्यालय में विज्ञान वर्ग के किसी भी विषय का शिक्षक मौजूद नहीं है। हालत यह है कि विद्यार्थी संस्कृत पढ़कर विज्ञान व गणित की मुश्किल हल कर रहे हैं।
सरस्वती टम्टा स्मारक राजकीय इंटर कॉलेज देवलधार का वर्ष 2011 में हाईस्कूल से इंटरमीडिएट का उच्चीकरण हुआ। जिसके बाद साल 2014 में कला वर्ग के साथ ही विज्ञान वर्ग भी शुरू किया गया। जिसके बाद क्षेत्र के होनहार जो कि जिला मुख्यालय में रहकर पढ़ाई करने में असमर्थ थे उन्होंने विद्यालय में अपना नाम लिखा लिया। क्योंकि विज्ञान वर्ग की पढ़ाई के लिए अन्य कोई विद्यालय क्षेत्र में मौजूद नहीं है। आठ किमी दूरी पर स्थित जीआइसी भटखोला को छोड़कर। उस समय छात्रों को यह भरोसा दिया गया कि शीघ्र ही विद्यालय में विज्ञान वर्ग के शिक्षक भी उपलब्ध हो जाएंगे। लेकिन समय बीतता गया और विद्यार्थियों को विज्ञान वर्ग के शिक्षक नहीं उपलब्ध हो सके। वर्तमान समय में हालत यह है कि छात्र इतिहास व संस्कृत पढ़कर ही गणित के सवाल हल करने को मजबूर हैं। पीटीए सदस्य हरीश जनौटी, नवल किशोर, राजेंद्र प्रसाद, गोपाल जनौटी, विनोद कुमार, क्षेत्र पंचायत सदस्य कमल टम्टा आदि ने शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की है।