पौड़ी, जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी में एक असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति मानकों के खिलाफ किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। इसे लेकर संस्थान प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। संस्थान के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में एक एसोसिएट प्रोफेसर ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली, जिसके स्थान पर संस्थान प्रशासन ने गुपचुप रूप से एक असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति कर दी। इस मामले में कुलसचिव का दावा है कि नियुक्ति की स्वीकृति बीओजी से पहले ही ले ली गई थी। 

जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर सेवारत डॉ. लालता प्रसाद ने जून 2018 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया था। संस्थान के निदेशक ने एक माह के भीतर डॉ. प्रसाद का आवेदन स्वीकार कर लिया। लेकिन पोस्ट को सार्वजनिक किए बगैर डॉ. प्रसाद के स्थान पर एक असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति कर दी, जिस पर विवाद खड़ा हो गया है। उत्तराखंड क्रांति दल के जिलाध्यक्ष सुबोध पोखरियाल व जिला प्रवक्ता भाष्कर बहुगुणा ने आरोप लगाया कि जीबी पंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी में नियम ताक पर रखकर नियुक्तियां की जा रही हैं। इससे प्रदेश के इस तकनीकी शिक्षण संस्थान की गुणवत्ता में लगातार गिरावट आ रही है