जबकि पिछली बोली में मई में ये नंबर दो लाख 51 हजार रुपये में बिका था और उससे पहले विधायक गणेश जोशी ने यही नंबर एक लाख 80 हजार रुपये की बोली लगाकर खरीदा था। यह पहली बार हुआ है जब 0001 ने तीन लाख का आंकड़ा पार किया है। यह नंबर डीपीएस स्कूल के संचालक अतुल कुमार सिंह ने यह नंबर अपनी वॉल्वो कार के लिए खरीदा। अभी तक यह नंबर दो बार ढाई लाख का आंकड़ा पार कर चुका था। फरवरी में यही नंबर दो लाख अस्सी हजार रुपये में बिका था। इस बार 0007 नंबर बोली में दूसरे नंबर पर रहा और 96 हजार रुपये में बिका। इस बार यूके07-डीएफ सीरीज की बोली लगाई गई I
एआरटीओ अरविंद कुमार पांडे ने बताया कि मैसर्स करतार एजुकेशनल एंड कल्चरल ने 0007 के लिए सर्वाधिक बोली लगाकर यह नंबर अपने नाम किया। इसके साथ ही 0008 ने भी रेकार्ड कायम कर 46 हजार रुपये की बोली छू ली। इस बार बोली में 7777 की सर्वाधिक बोली 38 हजार, 0003 की 25 हजार, जबकि 0004 की 21 हजार रुपये लगी। बाकी नंबर 11 हजार रुपये तक ही बिक पाए। एआरटीओ ने बताया कि आवेदकों को अब बोली की रकम तय समय-सीमा में जमा करानी होगी।
देहरादून में जब कार लग्जरी हो तो नंबर भी वीआइपी ही चाहिए। वाहनों पर अनोखे नंबर लेने की चाहत में दून वासियों ने लाखों रुपये खर्च करने से भी पीछे नहीं हट रहे। परिवहन विभाग की अनोखे नंबरों के लिए ऑनलाइन बोली में 0001 नंबर तीन लाख 10 हजार रुपये में बिका।