उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग व एसआईटी पर आरोप लगाते हुए कहा कि फॉरेस्ट गार्ड भर्ती में प्रदेशभर के दर्जनों भर परीक्षा केंद्रों में परीक्षा शुरू होने से पहले कोई चेकिंग नहीं की गई जिस कारण अनेक परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों द्वारा मोबाइल फोन व परीक्षा में प्रतिबंधित सामग्री को परीक्षा कक्ष के अंदर ले जाया गया जिसका की कई परीक्षार्थियों ने जमकर दुरुपयोग किया जिससे कि परीक्षा की गोपनीयता ही भंग हो गई। परीक्षा के बाद सोशल मीडिया पर इसके साक्ष्य भी देखने को मिले जिसमें की मूल ओएमआर और व्हाट्सएप वीडियो कॉलिंग के माध्यम से नकल करते हुए तमाम तरह के साक्ष्य सामने आए। आयोग द्वारा जांच रिपोर्ट का प्रकाशन सार्वजनिक करने के बाद ज्ञात हुआ कि इन विषयों पर उत्तराखंड बेरोजगार संघ द्बारा एस.एस.पी हरिद्वार ( जांच अधिकारी ) को प्रत्यक्ष रूप से साक्ष्य उपलब्ध करवाने के बावजूद भी एसआईटी ने इन साक्ष्यों को नजरंदाज करते हुए कार्य किया और ना ही इस विषय पर आयोग कि कोई प्रतिक्रिया आई जिससे साफ- साफ नजर आ रहा है कि आयोग और सरकार धांधली के प्रतिशत को कम दिखाने के चक्कर में इस विषय पर मौन है। पंवार का कहना है कि आयोग ने अपना पल्ला झाड़ते हुए प्रदेश के अभ्यर्थियों को दो गुटों में बांट दिए हैं जो कि काफी निंदनीय है यदि आयोग निर्णय लेने में सक्षम नहीं है तो आयोग के तमाम स्टाफ को अपने पदों से रिजाइन देना चाहिए।

 

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