सैनिक स्कूल निर्माण कार्य ठप पड़ने पर जताया रोष 

– कांग्रेस ने कलेक्ट्रट परिसर में किया जोरदार प्रदर्शन

रुद्रप्रयाग, पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शनिवार को कांग्रेस जिलाध्यक्ष ईश्वर सिंह बिष्ट के नेतृत्व में कार्यकर्ता कलक्ट्रेट परिसर पहुंचे और दिगधार में निर्माणाधीन सैनिक स्कूल का निर्माण कार्य शुरू कराने एवं सरकार के नवोदय विद्यालय को बंद करने के निर्णय को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। उसके उपरान्त कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। 

इस अवसर पर जिलाध्यक्ष ईश्वर बिष्ट ने कहा कि सरकार ने मालतोली में संचालित हो रहे राजीव गांधी नवोदय विद्यालय को बंद करने का निर्णय लिया है, जो सरासर गलत है। कहा कि गरीब छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से कांग्रेस सरकार ने इन स्कूलों की स्थापना की, लेकिन आज सरकार इन स्कूलों को बंद करना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा साफ नजर आ रही है। सरकार चाहती है कि कांग्रेस सरकार की देन को समाप्त किया जाय और अपनी मनमर्जी जनता पर थोपी जाय। कहा कि ऐसा करने से भाजपा की गंदी राजनीति का पता चलता है। नवोदय विद्यालय में संसाधनों के साथ ही छात्र-छात्राओं के लिए पर्याप्त सुविधाएं जुटाने की आवश्यकता है। कांग्रेस सरकार में सैनिक स्कूल दिगधार बड़मा को स्वीकृति प्रदान करने के बाद निर्माण कार्य शुरू करवाया गया, लेकिन वर्तमान में स्कूल निर्माण कार्य बंद पड़ा हुआ है। उन्होंने शीघ्र निर्माणाधीन सैनिक स्कूल के लिए बजट अवमुक्त कर निर्माण कार्य शुरू करवाने की मांग की है। कांग्रेस नगर अध्यक्ष खुशहाल सिंह रावत ने तल्लानागपुर क्षेत्र में महाविद्यालय का संचालन शुरू करने, तल्लानागपुर क्षेत्र के धारकोट से खडपतिया तक फेज-2 पंपिंग योजना का निर्माण, मयाली-गुप्तकाशी मोटरमार्ग का चैडीकरण कर यात्रा मार्ग घोषित करने, पिंगलापानी पेयजल योजना का पुर्नगठन, जनपद के समस्त प्रावि, माध्यमिक में रिक्त शिक्षकों की पद भरने की मांग की।
इस अवसर पर निवर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष ऊखीमठ रीता पुष्पवाण, नगर अध्यक्ष खुशहाल सिंह रावत, वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता ताजबर सिंह खत्री, भूपेन्द्र सिंह राणा उर्फ गोल्डी, माधो सिंह नेगी, सुमन नेगी, विनोद राणा, कालीचरण रावत, लखपत सिंह भंडारी, युवा कांग्रेस के अध्यक्ष संतोष रावत, अंकुर रौथाण, लक्ष्मण रावत, जसपाल पंवार, शैलेन्द्र भारती, शशि सेमवाल, सुरेन्द्र प्रसाद, पंकज बुटोला समेत कई कांग्रेसी उपस्थित थे।