बागेश्वर, रेल लाइन के लिए शुक्रवार को बाजार पूरी तरह बंद रहा। रेल आंदोलनकारियों ने चक्काजाम, जुलूस और प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार बागेश्वर-टनकपुर रेल लाइन को हरीझंडी दे वरना आंदोलन तेज कर दिया जाएगा। रेल आंदोलनकारियों के बाजार बंद को व्यापारियों ने भी समर्थन दिया। होटल, रेस्टोरेंट, चाय के खोखे, जनरल स्टोर समेत तमाम दुकानें बंद रहीं। आंदोलनकारियों ने नगर में जुलूस निकाला और केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बस स्टेशन, दुग बाजार, नुमाइशखेत आदि स्थानों तक जुलूस गया और एसबीआइ तिराहे पर सांकेतिक चक्काजाम और प्रदर्शन किया। चैक बाजार में हुई सभा में रेल संघर्ष समिति के अध्यक्ष नीमा दफौटी ने कहा कि टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन का निर्माण अधर में लटका हुआ है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के जमाने में रेल लाइन का प्रस्ताव रखा गया और सर्वे भी हुई। देश आजाद होने के बाद रेल लाइन को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। वक्ताओं ने कहा कि जनप्रतिनिधि रेल लाइन के लिए संवेदनशील नहीं हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अब पंचेश्वर में बांध बनाने की तैयारी कर रही है। जिससे रेल लाइन का भविष्य खतरे में आ गया है। इस मौके पर गो¨वद भंडारी, खड़क राम आर्य, केवल सिह, डीआर आर्य, सुरेंद्र सिह पिलख्वाल, दिनेश चंद्र लोहनी, लक्ष्मी धर्मशक्तू, मालती पांडे, पार्वती पांडे, सरस्वती गैलाकोटी, हेमा जोशी, हीराबल्लभ भट्ट, गीता रावल, खष्टी साह आदि मौजूद रहे।