रुड़की, नगर निगम में अवैध मांस की दुकान चलाने वाले नगर आयुक्त के आदेशों का असर भी नहीं हो रहा है। नगर आयुक्त ने मांस की दुकान चलाने वालों के साथ बैठक कर मांस का कटान पर पूरी तरह बंद करने के निर्देश दिए थे। लेकिन बुधवार को अधिकतर दुकानों पर जानवरों को काटा जा रहा था।
हाईकोर्ट के निर्देश के बाद नगर निगम क्षेत्र में अवैध मांस की दुकानों पर रोक लगाने के लिए नगर निगम अधिकारियों ने कवायद शुरू कर दी थी। नगर आयुक्त अशोक पांडे ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी की मौजूदगी में मांस की दुकान संचालकों के साथ बैठक भी की थी। बैठक में मौजूद सभी दुकान संचालकों को पशु कटान को पूरी तरह बंद करने के निर्देश दिए थे। साथ ही नगर आयुक्त ने बैठक के दौरान मांस दुकान संचालकों को पशु न काटने के प्रमाण पत्र भी नगर निगम कार्यालय में जमा कराने के निर्देश दिया था। लेकिन बुधवार तक न तो निगम कार्यालय में कोई प्रमाण पत्र ही प्रेषित किया गया। जबकि शहर की मांस की अवैध दुकानों पर आराम से पशुओं का कटान जारी था। नगर आयुक्त अशोक पांडे ने कहा कि मांस की दुकानों पर पशु कटान करने वाली सभी दुकानों को जल्द की बंद कराने की कार्रवाई की जाएगी। खाद्य सुरक्षा अधिकारी का कहना है कि उनके विभाग ने रुड़की में एक भी मांस की दुकान को लाइसेंस नहीं दिया गया है। जबकि नगर निगम के मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी भी लाइसेंस नहीं देने की बात कह रहे हैं। जबकि मच्छी मोहल्ले में एक दर्जन से अधिक दुकानें मांस की दुकानें बिना लाइसेंस के चल रही है। जबकि नगर निगम क्षेत्र में चल रही बहुत सी दुकानों का लाइसेंस नहीं है तो किसके ईशारे पर यह दुकानें चल रही हैं यह बड़ा प्रश्न है।