एक सप्ताह के भीतर शुरू होगा शंकराचार्य समाधि स्थल का कार्य
–सीएस ने निम की लड़कियों के जज्बे को किया सलाम
रुद्रप्रयाग, केदारनाथ पहुंचे मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने बाबा केदार की पूजा-अर्चना करने के बाद केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि हाट बाजार का शीघ्र विस्तारीकरण किया जायेगा, जिसके तहत हाट बाजार के नजदीक पचास नयी दुकाने शीघ्र तैयार की जायेंगी। दुकाने बनने के बाद तीर्थ पुरोहितों को आने वाले सीजन के लिए दुकानें मिल पायेंगी। कहा कि गरूड़चट्टी से केदारनाथ को जोड़ने वाले पुल का डिजाइन तैयार हो चुका है और जल्दी ही पुल का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जायेगा।
सीएस ने शंकराचार्य समाधि स्थल का भी दौरा किया और बताया कि एक्सपर्टों द्वारा समाधिस्थल का डिजाइन तैयार कर दिया गया है और एक सप्ताह के भीतर समाधिस्थल का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जायेगा। इस दौरान केदारपुरी में पुनर्निर्माण कार्यों में जुटी निम की लड़कियों के जज्बे की भी सीएस ने तारिफ की और कहा कि विषम परिस्थितियों में लड़कियां केदारपुरी में पुनर्निर्माण कार्यों में सहयोग कर रही हैं, यह गौरव की बात है। सीएस ने मंदाकिनी व सरस्वती नदी किनारे बन रही सुरक्षा दीवारों का भी जायजा लिया। साथ ही कहा कि शीघ्र ही आस्था पथ भी तैयार किया जाय और संगम किनारे अतिशीघ्र रैलिंग निर्माण का कार्य पूरा किया जाय। मंदिर के बगल में ईशान मंदिर की सीएस ने जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि यह मंदिर चालीस साल पुराना है, जिसका निर्माण किया जाना आवश्यक है। सीएम ने कहा कि मंदिर को कुछ दूरी पर बनाया जाय, मगर मंदिर समिति के अधिकारी राजकुमार नौटियाल ने मंदिर को उसी स्थान पर बनाये जाने की बात कही। सीएस ने मंदिर के पीछे घास लगाने को कहा, जिससे मंदिर की भव्यता और निखर जाय। उन्होंने घास लगाने को लेकर एसआई बिपिन चन्द्र पाठक से राय ली, जिसमें श्री पाठक ने बताया कि इस साल घास को लगाया जाना मुश्किल है। अगले साल केदारनाथ मंदिर के पीछे घास लगाई जा सकती है। उन्होंने घास लगाने की जिम्मेदारी एसआई पाठक को सौंपी। सीएस ने कहा कि तीस अक्टूबर तक पुनर्निर्माण से संबंधित सभी बड़े कार्य पूरे कर दिये जांय, जिससे आने वाली यात्रा के लिए प्रशासन अपनी कार्य योजना तैयार कर सके। इस मौके पर प्रदेश के पर्यटन दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल, एसडीएम गोपाल सिंह चौहान, एसआई बिपिन चन्द्र पाठक के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।
सीएस ने शंकराचार्य समाधि स्थल का भी दौरा किया और बताया कि एक्सपर्टों द्वारा समाधिस्थल का डिजाइन तैयार कर दिया गया है और एक सप्ताह के भीतर समाधिस्थल का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जायेगा। इस दौरान केदारपुरी में पुनर्निर्माण कार्यों में जुटी निम की लड़कियों के जज्बे की भी सीएस ने तारिफ की और कहा कि विषम परिस्थितियों में लड़कियां केदारपुरी में पुनर्निर्माण कार्यों में सहयोग कर रही हैं, यह गौरव की बात है। सीएस ने मंदाकिनी व सरस्वती नदी किनारे बन रही सुरक्षा दीवारों का भी जायजा लिया। साथ ही कहा कि शीघ्र ही आस्था पथ भी तैयार किया जाय और संगम किनारे अतिशीघ्र रैलिंग निर्माण का कार्य पूरा किया जाय। मंदिर के बगल में ईशान मंदिर की सीएस ने जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि यह मंदिर चालीस साल पुराना है, जिसका निर्माण किया जाना आवश्यक है। सीएम ने कहा कि मंदिर को कुछ दूरी पर बनाया जाय, मगर मंदिर समिति के अधिकारी राजकुमार नौटियाल ने मंदिर को उसी स्थान पर बनाये जाने की बात कही। सीएस ने मंदिर के पीछे घास लगाने को कहा, जिससे मंदिर की भव्यता और निखर जाय। उन्होंने घास लगाने को लेकर एसआई बिपिन चन्द्र पाठक से राय ली, जिसमें श्री पाठक ने बताया कि इस साल घास को लगाया जाना मुश्किल है। अगले साल केदारनाथ मंदिर के पीछे घास लगाई जा सकती है। उन्होंने घास लगाने की जिम्मेदारी एसआई पाठक को सौंपी। सीएस ने कहा कि तीस अक्टूबर तक पुनर्निर्माण से संबंधित सभी बड़े कार्य पूरे कर दिये जांय, जिससे आने वाली यात्रा के लिए प्रशासन अपनी कार्य योजना तैयार कर सके। इस मौके पर प्रदेश के पर्यटन दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल, एसडीएम गोपाल सिंह चौहान, एसआई बिपिन चन्द्र पाठक के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।