देहरादून , पूर्व मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने जो ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण को घोषित किया वह उत्तराखंड आंदोलनकारी शहीदों की शहादत का अपमान है। गैरसैंण में विधानसभा भवन निर्माण से लेकर सचिवालय तथा गैरसैंण विकास परिषद के गठन से लेकर कांग्रेस की तत्कालीन हरीश रावत सरकार ने पूरा काम किया।
      उन्होंने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार ने न तो कोई भवन बनाया बल्कि गैरसैंण की जमीन को कोई भी बाहर का व्यक्ति न खरीद पाए, उसको तोड़कर भू माफियाओं को गैरसैंण की जमीन खरीदने का द्वार खोल दिया। ग्रीष्मकालीन राजधानी मात्र अधिकारियों के सैर सपाटा और फिजूलखर्ची का स्रोत बन कर रह जाएगा। इसके गंभीर परिणाम आएंगे। भाजपा की प्रचंड बहुमत एवं डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद भी उसके विकास को धरातल पर लाने की नीयत साफ नहीं है।

गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाए जाने का किया विरोध

देहरादून, उत्तराखण्ड चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी समिति के कार्यकर्ताओं ने समिति की महिला शाखा की केन्द्रीय अध्यक्ष सावित्री नेगी के नेतृत्व में आज देहरादून में राज्य सरकार द्वारा गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किये जाने संबंधी अधिसूचना पर विरोध दर्ज किया।

चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी समिति की अध्यक्ष सावित्री नेगी के नेतृत्व में आये प्रतिनिधिमण्डल जिसमें बिमला रावत, गुड्डी रावत, लक्ष्मी गुसांई, शामिल थे, ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नाम संबोधित पत्र पार्टी के प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत को सौंपते हुए कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने पर गैरसैण को स्थायी राजधानी बनाये जाने के प्रीतम सिंह के बयान को आन्दोलनकारियों की भावनाओं का सम्मान बताते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर पुरोला विधायक राजकुमार, पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी, पूर्व मंत्री अजय सिह, विशेष आमंत्रित सदस्य सुभाष चौधरी, निवर्तमान मीडिया चेयरमैन राजीव महर्षि, महामंत्री पी.के. अग्रवाल, नवीन जोशी, हरिकृष्ण भट्ट, निवर्तमान प्रवक्ता गरिमा दसौनी, संदीप चमोली, भूपेन्द्र नेगी, कमर खान ताबी, अजय रावत, पुष्कर सारस्वत, शोभाराम आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने कहा कि गैरसैण में राजधानी बुनियादी ढांचा तथा भवन निर्माण का कार्य कांग्रेस पार्टी की देन है तथा कांग्रेस पार्टी कीे  नेतृत्व वाली सरकार ने अपने कार्यकाल में राज्य आन्दोलन की भावना का सम्मान करते हुए गैरसैंण में राज्य की राजधानी की नींव रखी तथा गैरसैंण में सत्र का आयोजन कर शुरूआत की थी जिसका आज भारतीय जनता पार्टी झूठा श्रेय लेने की चेष्टा कर रही है। उन्होने कहा कि भाजपा ने सदैव राज्य निर्माण आन्दोलन की भावना को कुचलने का काम किया है।

 इस समय पूरा प्रदेश कोरोना महामारी की चपेट में है। ऐसे समय में जनता को महामारी से बचाने के बजाय ग्रीष्मकालीन राजधानी की बात करना कहां तक उचित है, और अगर करना ही था तो पूर्ण राजधानी की बात करते। यह तो वही बात आ गई कि आसमान से टपके और खजूर पर अटके। कांग्रेस इस बात का विरोध करते हुए पूर्ण राजधानी का समर्थन करती है।