हरिद्वार, मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने कहा कि स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद की हत्या में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, ऋषिकेश एम्स के डायरेक्टर और एक अन्य डॉक्टर समेत आठ पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इसके लिए ऋषिकेश थाने में पुलिस को तहरीर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि एम्स की गतिविधियों से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इसलिए हाईकोर्ट की निगरानी में स्वामी सानंद की हत्या की जांच एसआइटी के ईमानदार अफसरों से कराई जाए। उन्होंने कहा कि अगर एम्स ऋषिकेश मातृसदन पर मुकदमा दर्ज कराता है तो उसका स्वागत किया जाएगा, क्योंकि उसके मुकदमे के माध्यम से ही एम्स को उचित जवाब दिया जाएगा। जगजीतपुर स्थित आश्रम में पत्रकार वार्ता में शिवानंद सरस्वती ने कहा कि एम्स ऋषिकेश के एक डॉक्टर की ओर से उनसे एक सोची समझी साजिश के तहत एम्स के समर्थन में पत्र लिखवाया गया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया और एक टीवी के चैनल पर यह खबर भी चलाई गई कि स्वामी सानंद को दिल्ली एम्स रेफर किया जा रहा है। ऐसे में वह पूछना चाहते हैं कि उनको किस आधार पर एम्स से रेफर करने की बात कही गई और फिर वहीं क्यों रखा गया। यह भी पता लगा है कि एम्स ऋषिकेश के पास पोस्टमार्टम करने का कोई अधिकार नहीं था। यह अधिकार भी केंद्र सरकार ने दस अक्टूबर को ही जारी किया और 11 अक्टूबर को सानंद के निधन के बाद पहला पोस्टमार्टम उनका ही किया गया। इसके अलावा भी एम्स में भर्ती के दौरान हुई घटनाओं से कई तरह के संदेह खड़े हो रहे हैं। जिनकी जांच जरूरी है। शिवानंद ने मातृसदन के किसी भी सदस्य को सानंद के दर्शन न करने देने पर भी कड़ी नाराजगी जताई है।