देहरादून, जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय में उत्तराखण्ड इण्डस्ट्रीयल वैलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेशन को एम.एस.एम.ई के 90 करोड़ रू0 के एमओयू सौंपते हुए उद्यम स्थापना में आने वाली सामान्य बाधाओं के समाधान के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में उत्तराखण्ड इण्डस्ट्रीयल एसोसिएशन के सदस्यों ने जिलाधिकारी से उद्यम स्थापन में भूमि की उपलब्धता, विद्युत, पर्यावरण मंजूरी और अन्य विभिन्न मंजूरियों में उदारता अपनाने और ग्रीन वैली एक्ट 1989, को उद्यम अनुकूल बनाने की अपील की। सदस्यों ने कहा कि उद्योग स्थापना के लिए कम दर पर और आसानी से भूमि उपलब्ध हो, निर्बाध विद्युत आपूर्ति हेतु इण्डस्ट्रीयल क्षेत्र में ही विद्युत सब स्टेशन हो ताकि बराबर विद्युत सप्लाई बनी रहे। विभिन्न टैक्सेशन और पर्यावरण मंजूरी में उदारता बरती जाय साथ ही ग्रीन वैली दून अधिनियम में परिवर्तन अथवा आवश्यकतानुसार संशोधन हो। साथ ही छोटी गलतियों में जुर्मानें में उदारता बरती जाय, कार्पसफण्ड को सक्रिय रखा जाय और सम्बन्धित विभाग और ऐजेंसियों को उद्यमियों के लिए सहयोग पूर्ण माहौल और कार्यशैली अपनायी जाय। इसके अतिरिक्त उद्योग ऐसोशिएशन के सदस्यों द्वारा पटेलनगर इण्डस्ट्रीयल क्षेत्र में यातायात सुधार और शीघ्रता से जिला उद्योग मित्र समिति की बैठक आयोजित करते हुए उठाये गये बिन्दुओं का समाधान कराये जाने की अपेक्षा की गयी।
जिलाधिकारी ने उद्योग ऐसोशिएशन के सदस्यों को उनके द्वारा उठाये गये बिन्दुओं पर उचित संज्ञान लेते हुए उसका स्वयं के स्तर पर तथा उद्योग विभाग के समन्वय से शासन स्तर के मामलों का तद्नुसार समाधान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने सदस्यों से भी अपेक्षा की, कि उत्तराखण्ड प्राकृतिक संसाधनों का भरपूर खजाना है और हमें पर्यावरण और उधमशिलता के बीच सन्तुलन बनातेे हुए उद्योग स्थापित करने होंगे, पहाड़ों पर भी उद्यम स्थापन का प्रयास करना है, जिससे पलायन भी रूके और कार्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व का भी पालन करना चाहिए, ताकि उद्योगों में काम कर रहे श्रमिकों को आधारभूत सुविधाओं का विकास भी किया जा सके और लोगों के कल्याण में भागीदार भी बन सके। उन्होंने जिला उद्योग केन्द्र महाप्रबन्धक शिखर सक्सेना को उद्योग मित्र प्रबन्धन समिति की बैठक आयोजित करने के निर्देश दिये जिसमें उद्योग स्थापन की अनुकुलता और कठिनाईयों के समाधान पर चर्चा करते हुए समाधान निकाला जा सके। साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के समन्वय से पटेलनगर क्षेत्र में यातायात व्यवस्था सुधारने का आश्वासन दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में उत्तराखण्ड में सिंगल विण्डो सिस्टम लागू है और पहाड़ों पर उद्यम स्थापन के लिए तमाम सुविधायें और सब्सिडिज उपलब्ध करायी जा रही है और आने वाले समय में चारधाम रूट से कनैक्टिविटी में भी बड़ा लाभ होने वाला है। उन्होंने कहा कि यहां सोलर, हैण्डीक्राफ्ट, फूड प्रोसेसिंग, जैसे इण्डस्ट्री की भरभूर सम्भावनायें है, और सभी निवेशकों की ओर से पहाड़ों में ग्रीन इण्डस्ट्रीज स्थापना मं उत्साह दिखा रहे हैं, जिसका आने वाले समय में सकारात्मक परिणाम होगें। इस अवसर पर उत्तराखण्ड उद्योग वैलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मारवा, महा सचिव के.के अग्रवाल, उपाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार, सचिव पंकज गुप्ता, महेश शर्मा सहित सम्बन्धित कार्मिक एवं सदस्य उपस्थित थे।