कोटद्वार, सीमावर्ती संघर्ष समिति ने कोटद्वार सीमा से सटे बिजनौर जिले के 76 ग्राम पंचायतों को उत्तराखंड में मिलाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि जल्द समस्या का निराकरण नहीं किया गया तो समिति ग्रामीणें के साथ मिलकर उग्र आंदोलन करेगी।

      नगीना में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि सीमांत गांवों की अधिकांश आबादी उत्तराखंड मूल की है। सभी प्रकार की सुविधाओं के लिए यह गांव कोटद्वार क्षेत्र पर ही निर्भर है। लिहाजा, इन गांवों को उत्तराखंड में शामिल किया जाना चाहिए। कहा कि उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में एक ही पार्टी की सरकार बनने से ग्रामीणों में उम्मीद जागी थी। लेकिन दोनों सरकारें इसके लिए गंभीर नहीं दिख रही। बताया कि कई बार मांग करने पर भी दोनों सरकारें इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। समिति ने शीघ्र ही मामले को लेकर उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलने का निर्णय लिया है।

इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष मनमोहन दुदपुडी,नीलकंठ ध्यानी, मेहरबान सिह भंडारी, जितेंद्र सिंह, भूपेंद्र सिंह, जगमोहन सिह, बलवीर सिह, गुरमीत सिह, हरेंद्र सिह, जागेंद्र सिह, नानक सिह, शबदीप सिह, हरविंदर सिह आदि मौजूद रहे।