रुद्रप्रयाग, बांगर क्षेत्र में भालू के आतंक से ग्रामीण जनता खासे परेशान है। वन विभाग को सूचना देने पर भी कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है। ऐसे में ग्रामीणों में विभाग के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है।
जिला पंचायत सदस्य महावीर पंवार ने बताया कि बांगर क्षेत्र में भालू के आतंक से ग्रामीण जनता दहशत में जीवन यापन करने को मजबूर है।आये दिन भालू के हमले में ग्रामीण घायल हो रहे हैं, जिस कारण ग्रामीणों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। विगत दिनों जखवाड़ी-बांगर के पूर्व प्रधान दीवान सिंह पर भालू ने जानलेवा हमला कर घायल कर दिया था। पूर्व प्रधान जखवाड़ी से लिस्वाल्टा बांगर जा रहे थे कि कुछ ही दूरी पर घात लगाकर बैठे भालू ने अचानक से उन पर हमला कर दिया। करीब आधे घंटे तक दोनों में संघर्ष होता रहा और फिर चीखने चिल्लाने के बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और भालू को भगाया। ग्रामीणों की मदद से पूर्व प्रधान दीवान सिंह को राजकीय एलोपैथिक चिकित्सालय जखोली पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उनके शरीर में 70 से अधिक टाँके लगाने पड़े । उन्होंने वन विभाग से सभी घायल व्यक्तियों को उचित मुवावजा देने की मांग की।
जिला पंचायत सदस्य महावीर पंवार ने बताया कि बांगर क्षेत्र में भालू के आतंक से ग्रामीण जनता दहशत में जीवन यापन करने को मजबूर है।आये दिन भालू के हमले में ग्रामीण घायल हो रहे हैं, जिस कारण ग्रामीणों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। विगत दिनों जखवाड़ी-बांगर के पूर्व प्रधान दीवान सिंह पर भालू ने जानलेवा हमला कर घायल कर दिया था। पूर्व प्रधान जखवाड़ी से लिस्वाल्टा बांगर जा रहे थे कि कुछ ही दूरी पर घात लगाकर बैठे भालू ने अचानक से उन पर हमला कर दिया। करीब आधे घंटे तक दोनों में संघर्ष होता रहा और फिर चीखने चिल्लाने के बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और भालू को भगाया। ग्रामीणों की मदद से पूर्व प्रधान दीवान सिंह को राजकीय एलोपैथिक चिकित्सालय जखोली पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उनके शरीर में 70 से अधिक टाँके लगाने पड़े । उन्होंने वन विभाग से सभी घायल व्यक्तियों को उचित मुवावजा देने की मांग की।