सेवा में,
           पुलिस उप महानिरीक्षक
             गढ़वाल  मंडल
            उत्तराखण्ड पुलिस
               देहरादून
विषय:उत्तराखण्ड राज्य में 
          बिगड़ती कानून व्यवस्था
          एवम जघन्य अपराधों के
           सम्बन्ध में।
महोदय,
           उत्तराखण्ड राज्य में कानून व्यवस्था सुचारू रूप से सुदृढ नही है। राज्य के ग्रामीण व शहरी  आंचलों में अपराधीकरण,बलात्कार,हत्याएं आये दिन घटित हो रही है।नाबालिक लड़कियों के साथ बलात्कार व उनकी हत्या एक के बाद एक घटनाओ से आम जनमानस व्यथित है, इस तरह से देवभूमि उत्तराखण्ड को कलंकित किया जा रहा है तथा यहां के सौहार्द्य पूर्ण माहौल को बिगाड़ा जा रहा है ।प्रदेश में बाहरी व्यक्तियों की घुसपैठ शहरी व ग्रामीण आंचलों में हो चुकी है । अपराधी किस्म के अवांछित तत्व मलिन बस्तियों, ग्रामीण झेत्रो में अपनी शरणस्थली बना चुके है,राज्य की कानून व्यवस्था का यह हाल है कि एक के बाद एक घटना चाहे सतपुली, अगस्तमुनि,कोटद्वार,पौड़ी,रुड़की उत्तरकाशी की घटनाये निर्भय काण्ड से ज्यादा भयानक है। उत्तरकाशी में जिस तरह से एक दलित नाबालिक लड़की का बलात्कार के बाद हत्या कर दी गयी।उत्तराखण्ड क्रान्ति दल ने राज्य बनाया तथा राज्यवासियों की चिंता भी करता है।इन सबके लिए सत्तारूढ़ भाजपा व विपक्ष में बैठी कांग्रेस पूर्ण जिम्मेदार है। इस तरह से घटित घटनाओं से राज्य का सौहार्द्य वातावरण को बिगाड़ा गया तो दल बर्दाश नही करेगा ।इसलिए दल मांग करता है कि-
(1)-राज्य की लचर कानून व्यवस्था को सुदृढ किया जाय।
(2)-बाहरी लोगो का भौतिक सत्यापन सघन रूप से किया जाय तथा समय-समय पर भौतिक सत्यापन का प्रकाशन किया जाय।
(3)-मलिन बस्तियों एवम ग्रामीण आंचलों में राज्य के बाहर अवांछित,आपराधिक,किस्म के लोगो ने अपनी शरणस्थली बना रखी है ,इन झेत्रो की सघन जांच करके इन तत्वों को चिन्हित किया जाय।
(4) आये दिन ग्रामीण व शहरी झेत्रो में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ व लूटपाट की घटना होती आ रही है,विक्रमो,बसों में अवांछित व अपराधिक किस्म के तत्व अंजाम दे रहे है ।इस पर अबिलम्ब अंकुश लगाया जाए तथा पुलिस प्रशासन द्वारा रूटों पर चलने वाले विक्रमो,बसों में अलग अलग स्थानों पर रोक कर जांच करे।
(5) राज्य के शहरी व ग्रामीण झेत्रो में ख़ुफ़िया तंत्र को और मजबूत किया जाय।
        ज्ञापन देने वालों में में सर्व श्री बी०डी०रतूड़ी,श्री त्रिवेंद्र पंवार,डी०एन०टोडरिया,ओमी उनियाल,लताफत हुसैन,बहादुर रावत, जे पी उपाध्याय,श्रीमती रेखा मियां, गीता बिष्ट,रमा चौहान,राजेश्वरी,शान्ति थापा, बिजेंद्र रावत,सुशील कुमार,सौरभ आहूजा,मोहित डोभाल,सुरेंद्र पेटवाल,सुरेंद्र पोखरियाल,कृपाल सिंह कालुडा, सीमा कालुडा, मालती पंवार, आदि थे।